नीट (यूजी) परीक्षा में कथित धांधली की जांच भी इओयू ने संभाली
पांच मई 2024 को हुई नीट (यूजी) परीक्षा में विभिन्न केंद्रों पर कथित रूप से हुई धांधली की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई करेगी. पटना पुलिस द्वारा दर्ज इस केस में अब तक इकाई के स्तर पर पटना पुलिस को आवश्यक तकनीकी सहयोग दिया जा रहा था.
नीट (यूजी) परीक्षा में कथित धांधली की जांच भी इओयू ने संभाली
– इओयू के एसपी मदन कुमार आनंद के नेतृत्व में आठ सदस्यीय विशेष जांच दल का हुआ गठन
संवाददाता, पटना.इओयू के मुताबिक पटना पुलिस द्वारा दर्ज किये गये इस कांड में अब तक 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इनमें दानापुर नगर परिषद में कनीय अभियंता के पद पर कार्यरत विनोद कुमार यादवेंदु और बीपीएससी की टीआरइ-3 में मामले में अभियुक्त रहा गया जिले का नीतीश कुमार भी शामिल है. नीतीश कुमार को इओयू ने टीआरइ-3 मामले में हजारीबाग से गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसको संबंधित न्यायालय से जमानत पर मुक्त कर दिया गया था. गिरफ्तार कुल अभियुक्तों में चार अभ्यर्थी, जबकि शेष आठ उनके अभिभावक या संगठित गिरोह के सदस्य हैं. इओयू ने कहा है कि कांड के अभियुक्तों को न्यायालय से अनुमति प्राप्त कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. इस गिरोह ने खेमनीचक इलाके में कथित रूप से 35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पूर्व एकत्रित कर नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र हल करवाया था. इकाई ने कहा कि संबंधित स्कूल से जले हुए प्रश्न पत्रों के जब्त अवशेष भी मिले हैं, जिनकी जांच करायी जायेगी. कांड में गिरफ्तार संगठित गिरोह के सदस्यों से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, पोस्ट डेटेड चेक और सर्टिफिकेट जब्त किये गये हैं. इन अभियुक्तों से प्राप्त मोबाइल फोनों को जब्त कर उनका भी विश्लेषण किया जा रहा है.
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