क्या नक्सलियों के निशाने पर हैं बिहार की ट्रेनें? रेल ट्रैक पर हाइ इंटेंसिटी बम रख धमकी के साथ लिखा ‘लाल सलाम’
नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो के रेलवे ट्रैक बम मिलने के मामले में नक्सली कनेक्शन मिला है. बम के पास मिले पर्स की जब जांच की गयी, तो उसमें एक खत मिला है. खत में धमकी भरे शब्दों में कई बातें लिखी हैं. साथ ही खत में 'लाल सलाम' भी लिखा मिला है.
ब्रजेश/अंकित,भागलपुर: नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो के रेलवे ट्रैक बम मिलने के मामले में नक्सली कनेक्शन मिला है. बम के पास मिले पर्स की जब जांच की गयी, तो उसमें एक खत मिला है. खत में धमकी भरे शब्दों में कई बातें लिखी हैं. साथ ही खत में ‘लाल सलाम’ भी लिखा मिला है.
हालांकि रेल और जिला पुलिस के अधिकारी पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. बम मिलने के मामले में नक्सली कनेक्शन जुड़ने की बात को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले में रेल और जिला पुलिस मिले पत्र का सत्यापन कर रही है. जानकारों का मानना है कि रेल ट्रैक पर मिला बम हाइ इंटेंसिटी का था. उसे देर रात ही विस्फोट कर डिफ्यूज कर दिया गया.
डिफ्यूज करने के लिए किये गये विस्फोट के धमाके की आवाज नाथनगर इलाके में डेढ़ किलोमीटर तक सुनायी दी. हालांकि शुरू के तीन घंटे तक पुलिस से लेकर रेल अधिकारी तक इसे बम होने से इनकार कर रहे थे, लेकिन देर रात जब बम निरोधक दस्ते ने इसे डिफ्यूज किया तो जोर का धमाका हुआ. इसके बाद सभी अधिकारी इसे बम मानकर अनुसंधान को आगे बढ़ाने की बात करने लगे.
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दूसरी ओर अकबरनगर, नाथनगर, पीरपैंती व बांका-झारखंड से सटे भागलपुर जिले के कुछ क्षेत्र नक्सल प्रभावित रहे हैं. समय-समय पर भागलपुर शहर से भी कुछ नक्सली पकड़े गये थे. यहां नक्सली पर्चा भी कई बार मिला है, लेकिन रेल ट्रैक पर शक्तिशाली बम मिलने की घटना संभवत: पहली है. 10 जनवरी 2010 को चांदन बीएमपी कैंप (अकबरनगर) में नक्सलियों ने धावा बोलकर हथियार लूट लिया था. इस मामले में कुछ नक्सली तो पकड़े गये, लेकिन कुछ अब तक फरार हैं.
बम में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक भी अलग था. वहीं बम को विस्फोट कराने के लिए उसमें दो डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था. जानकार यह भी बताते हैं कि इतने प्रभावशाली बम का इस्तेमाल नक्सलियों और आतंकवादियों द्वारा ही किया जाता है. पुलिस मामले में मिले खत की जांच और सत्यापन किये जाने तक इस पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है.
वहीं मामले में जिला और रेल पुलिस के अलावा जिला में मौजूद आइबी (इंफॉर्मेशन ब्यूरो), सीआइडी (क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट), स्पेशल ब्रांच आदि भी अलर्ट मोड में आ गये हैं. सचिवालय से लेकर पुलिस मुख्यालय के अधिकारी पूरे मामले की पल-पल की रिपोर्ट लेने में जुटे हुए हैं.
इधर रेलवे स्टेशनों के साथ पूरे भागलपुर जिले की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इसमें चप्पे चप्पे पर चेकिंग, स्टेशनों पर हाइ सिक्यूरिटी, रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले लोगों और उनके सामान की जांच, सड़क पर जा रहे दो चक्का, तीन चक्का और चार चक्का वाहनों की जांच शुरू की गयी है. वहीं जिला के सीमा इलाकों में भी सुरक्षा और जांच बढ़ा दी गयी है.
स्थल पर मिला पर्स अनुसंधान का विषय है. अनुसंधान किया जा रहा है. अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. रेल पुलिस मामले की पूरी गंभीरता से जांच कर रही है.
आमिर जावेद, रेल एसपी, जमालपुर
Posted By :Thakur Shaktilochan