सिमरिया स्टेशन की दीवारों पर यात्री पढ़ेंगे दिनकर की रश्मिरथी, जानें सहरसा के महिषी सहित और किन रेलवे स्टेशनों की बदलेगी सूरत
बेगूसराय के सिमरिया गांव के लोगों के बीच रेलवे के एक फैसले से खुशी की लहर है. सिमरिया राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का गांव कहलाता है. रेलवे ने उन्हें सम्मान देने के लिए अब फैसला लिया है कि सिमरिया ग्राम स्टेशन की दीवारों पर दिनकर की कविता रश्मिरथी की पंक्तियां उकेरी जायेंगी.
बेगूसराय के सिमरिया गांव के लोगों के बीच रेलवे के एक फैसले से खुशी की लहर है. सिमरिया राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का गांव कहलाता है. रेलवे ने उन्हें सम्मान देने के लिए अब फैसला लिया है कि सिमरिया ग्राम स्टेशन की दीवारों पर दिनकर की कविता रश्मिरथी की पंक्तियां उकेरी जायेंगी.
दरअसल रेलवे साहित्यकारों को सम्माना देने के लिए उनसे संबंधित स्टेशनों पर उनसे जुड़ी रचनाओं को उकेरने की तैयारी में है. इसके तहत समस्तीपुर के विद्यापति स्टेशन की दीवारों पर मिथिला के कवि विद्यापति की रचनाएं अब पढ़ने को मिलेगी. रेलवे के इस फैसले से अब साहित्यकारों को याद करने व उन्हें जानने का मौका अब सभी लोगों को मिल पायेगा.
बेगूसराय के सिमरिया ग्राम स्टेशन पर अब राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिथी कविता लिखी मिलेगी. लोग जब सफर के दौरान स्टेशन पर जायेंगे या ट्रेन से उतरेंगे तो यह एहसास उन्हें हो सकेगा कि इस स्टेशन को प्रसिद्ध कवि के नाम पर रखा गया है. पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने इसका निर्देश भी दे दिया है.
पटना जंक्शन पर आज भी दिनकर की तसवीरों को देखा जा सकता है वहीं दरभंगा रेलवे स्टेशन पर दरभंगा महाराज की तसवीरें आज भी लगी हुई है. अब सिमरिया ग्राम के साथ ही सहरसा के गांव महिषी के स्टेशन का भी कायाकल्प होगा. वहां के विद्वान मंडन मिश्र के नाम पर बने स्टेशन पर उनकी रचना उकेरी जायेगी.
रेलवे इन कदमों के जरिये प्रयास कर रही है कि लोग अपने विभूतियों को जान पायें. इसके तहत पूर्व मध्य रेल से जुड़े स्थानीय साहित्यकारों, कवियों से संबंधित जगहों यानी उनके जन्मस्थल के नजदीक के स्टेशनों में ये पहल करने जा रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan