IRCTC: पटना. बिहार को एक और वंदे भारत की सौगात मिली है. पटना-टाटा वंदे भारत सप्ताह मे छह दिन चलेगी. रेल मंत्रालय ने इस ट्रेन का रूट तय कर दिया है. यह ट्रेन गया-कोडरमा के रास्ते चलेगी. इस मार्ग से टाटा और पटना के बीच करीब सात घंटे में सफर हो जायेगा. झारखंड के टाटानगर व बिहार के पटना के बीच गोमो- कोडरमा-गया- जहानाबाद के रास्ते चलने वाली यह पहली ट्रेन होगी. हालांकि, इस संबंध में रेलवे अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इनकार किया है. अधिकारियों का कहना है कि अब तक लिखित सूचना नही मिली है. वैसे दक्षिण पूर्व रेलवे इस ट्रेन को चलाने की तैयारी पूरी करने में जुटा है. इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए ट्रेन का रैक चक्रधरपुर पहुंच चुका है. अब ट्रेन परिचालन की तिथि जल्द निर्धारित की जाएगी.
आठ कोच होंगे, छह दिन चलेगी
यह नई सेवा हजारों यात्रियों के सफर में बड़ा बदलाव लाएगी. रेल सूत्रों ने बताया कि इस ट्रेन में आठ कोच होंगे. 130 से 160 किलो मीटर प्रति घंटे की स्पीड सेइस ट्रेन का परिचालन कराया जाएगा. इस ट्रेन को टाटानगर, पुरूलिया, अनारा, भोजूडीह, महुदा, गोमो, कोडरमा, गया, जहानाबाद, पटना के रास्ते चलाया जायेगा. इस तरह टाटा से पटना के बीच करीब सात घंटे में सफर तय किया जाएगा. यह ट्रेन भोजूडीह और गोमो होते हुए पटना पहुंचेगी. यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चला करेगी.
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सुबह टाटा से चलकर दोपहर बाद पहुंचेगी पटना
अभी हाल ही में टाटा-पटना स्पेशल ट्रेन चलाई गई थी, जो इस मार्ग से मात्र आठ घंटे में पटना पहुंच गई थी. इस मार्ग से वंदे भारत के चलने से दक्षिण पूर्व रेलवे अपने ज्यादा से ज्यादा स्टेशन को कवर कर सकता है. इसके लिए टाटानगर में मेंटेनेंस सेंटर भी बनाया जा रहा है. इस ट्रेन की शुरुआती मरम्मत का काम पटना के पाटलिपुत्र कोचिंग कॉम्प्लेक्स में होगा. इस ट्रेन का संभावित समय टाटानगर से सुबह 6 बजे होगा और दिन के एक बजे तक पटना पहुंचेगी. फिर दोपहर दो से तीन बजे के बीच पटना से प्रस्थान कर रात 10 से 11 बजे के बीच टाटानगर पहुंचेगी.