राजपाट : इस साल 2.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का होगा विकास
पटना : राज्य में इस साल 2.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विकास किया जायेगा. इसके तहत 38 योजनाओं पर काम कर एक लाख,3,581 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधाओं का विकास किया जायेगा. साथ ही 37 पुराने नहरों की मरम्मत करवा कर एक लाख, 41,862 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाएं विकसित की […]
पटना : राज्य में इस साल 2.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विकास किया जायेगा. इसके तहत 38 योजनाओं पर काम कर एक लाख,3,581 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधाओं का विकास किया जायेगा. साथ ही 37 पुराने नहरों की मरम्मत करवा कर एक लाख, 41,862 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाएं विकसित की जायेगी. लॉकडाउन के बाद जल संसाधन विभाग इन सभी बड़ी व मध्यम सिंचाई सुविधाओं के विकास के लिए काम शुरू करेगा. इन सभी को 31 मार्च, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
सूत्रों का कहना है कि अधिक सिंचाई सुविधाओं के विकास के तहत मुख्य परियोजनाओं में पश्चिमी कोसी नहर का बचा हुआ काम शामिल है. इससे मुख्य रूप से मधुबनी व दरभंगा जिले में करीब 20745 हेक्टेयर इलाके में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी. इसके अलावा पश्चिमी गंडक नहर प्रणाली से सारण, गोपालगंज व सीवान जिले में करीब 10 हजार क्षेत्र में सिंचाई सुविधा विकसित की जायेगी.
दुर्गावती जलाशय योजना से करीब 6300 व बटेश्वर स्थान गंगा पंप योजना फेज दो से करीब 5723 हेक्टेयर इलाके में सिंचाई क्षमता विकसित करने का लक्ष्य है.पश्चिमी कोसी नहर व पश्चिमी गंडक नहर की होगी मरम्मतपुरानी नहरों की मरम्मत कर सिंचाई सुविधाओं को विकसित करने के तहत मुख्य रूप से पश्चिमी कोसी नहर व पश्चिमी गंडक नहर की मरम्मत का काम किया जायेगा.
विभागीय सूत्रों का कहना है कि पश्चिमी कोसी नहर की मरम्मत कर दरभंगा व मधुबनी जिले में करीब 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाएं विकसित होगी. साथ ही सारण, गोपालगंज व सीवान जिले में पश्चिमी गंडक नहर प्रणाली के तहत मुख्य नहर और इससे निकलने वाली वितरणियों की मरम्मत कर करीब 40 हजार हेक्टेयर में सिंचाई सुविधाएं विकसित की जायेगी.