बारिश के पानी को बचाकर 31 सौ हेक्टेयर में सिंचाई शुरू, 993 योजनाएं हुईं पूरी
राज्यभर में जल संचयन और जल संरक्षण की 993 योजनाएं पूर्ण हुई है.
संवाददाता, पटना राज्यभर में जल संचयन और जल संरक्षण की 993 योजनाएं पूर्ण हुई है. इन योजनाओं से पूरे बिहार में 3093 हेक्टेयर में सिंचाई शुरू हुई है. 199 साद अवरोधक बांध, 330 आहर जीर्णोद्धार, 23 मेढ़बंदी, 31 अरवेन चेकडैम, 118 जल संचयन तालाब, 25 फार्म पॉन्ड, 267 सिंचाई कूप का कार्य पूर्ण हो चुका है. पांच हेक्टेयर भूमि का समतलीकरण कार्य भी किया जा चुका है. इन योजनाओं पर कुल 4302.45 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. इन योजनाओं में लक्ष्य के अनुसार अभी कई कार्य पूर्ण होने हैं. तालाब, मेढ़बंदी, चेकडैम समेत कई योजनाओं का कार्य अभी जारी है. आहर जीर्णोद्धार, तालाब के कार्य बड़ी संख्या में अपूर्ण : इस योजना के तहत होने वाले कई कार्य बड़ी संख्या में अभी अपूर्ण हैं. 190 साद अवरोधक बांध, 1280 आहर जीर्णोद्धार, 178 में मेढ़बंदी और 239 अरवेन चेकडैम का कार्य अपूर्ण है. जबकि 361 जल संचयन तालाब, 267 फॉर्म पॉन्ड, 105 हेक्टेयर भूमि समतलीकरण का कार्य अभी अधूरे हैं. राज्य में कुल 389 साद अवरोधक बांध, 1610 आहर का जीर्णोद्धार, 201 मेढ़बंदी, 270 अरवेन चेकडैम का निर्माण किया जाना था. 479 जल संचयन तालाब, 292 फार्म पॉन्ड का निर्माण किया जाना था. जबकि 110 हेक्टेयर भूमि समतलीकरण किया जाना था. 54 लाख रुपये से अतिरिक्त सिंचाई का भी हो रहा इंतजाम इन योजनाओं के अलावा 444 तालाब, 212 सिंचाई कूप निर्माण का भी लक्ष्य निर्धारित है. इनमें 34 तालाब और 14 सिंचाई कूपों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इन कार्यों पर 54.51 लाख रुपये खर्च होंगे. 105 हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाई का इंतजाम होगा. 17 जिलों में 30 फीट तक पक्का चेकडैम बनेगा : बांका, मुंगेर, जमुई, गया, नवादा, औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, जहानाबाद, अरवल, भोजपुर, बक्सर और भागलपुर में 30 फीट तक पक्का चेकडैम का भी निर्माण किया जायेगा. बारिश के अतिरिक्त जल को इसमें संचित किया जायेगा. इस जल का सिंचाई में उपयोग किया जायेगा. इससे भू-जल स्तर भी बढ़ेगा.
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