– सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने सोमवार को नैसकॉम के साथ किया एमओयू
सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री संतोष कुमार सुमन ने सोमवार को कहा कि बिहार में आइटी पॉलिसी बनने के बाद निवेशक आकर्षित हुए हैं. कुछेक वर्षों में बिहार में देश और विदेशों की कंपनियां यहां इंवेस्ट करेगी, जिसके बाद बिहारी युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जायेंगे. आइटी हब कहे जाने वाले राज्य बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद एवं पुणे की तरह बिहार में भी आइटी का क्षेत्र बढ़ेगा. विश्वेश्वरैया भवन के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बिहार के 99 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में लोग इंटरनेट से काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में विभाग ने नैसकॉम (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज ) से समझौता किया है, ताकि देश- विदेश की कंपनियों तक हम पहुंच सकें और वह निवेश के लिए बिहार आएं. बिहार में नैसकॉम के साथ समझौता करने के बाद आइटी के क्षेत्र में कई नये रास्ते खुलेंगे. नैसकॉम आइटी और बीपीएम क्षेत्र में देश का एक बड़ा संगठन है. इसमें तीन हजार से अधिक कंपनियां सदस्य हैं. सचिव अभय कुमार ने कहा कि समझौता से बिहार की आइटी नीतियों और निवेश की संभावनाओं को देश की आइटी कंपनियों तक पहुंचाना है. नैसकॉम के सहयोग से बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, पुणे में रोड शो होगा. इसमें बिहार सरकार के अधिकारियों एवं संभावित निवेशकों, व्यवसायियों, प्रौद्योगिकी कंपनियों के बीच सीधा संपर्क का मार्ग खुलेगा और राज्य में निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी. उन्होंने कहा कि आइटी नीति के तहत आइटी, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन व मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने 450 करोड़ रुपये के निवेश से आधुनिक आइटी संरचना विकसित करने का प्रस्ताव दिया है . वहीं, लगभग 10 से अधिक आइटी कंपनियों ने यहां निवेश को लेकर विशेष रूचि दिखायी है. मौके पर विशेष सचिव अरविंद कुमार चौधरी, विशेष सचिव विधान चंद्र यादव, नैसकॉम के वाइस प्रेसिडेंट श्रीकांत श्रीनिवासन, निदेशक निरुपम चौधरी आदि मौजूद थे.
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