::प्रधानमंत्री से जयराम रमेश ने पूछा सीधा सवाल- दरभंगा में एम्स कभी बनेगा व मैथिली भाषा की उपेक्षा क्यों की
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री के दरभंगा के चुनावी दौरे को लेकर कई सवालों का जवाब मांगा है. कांग्रेस नेता ने अपने एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री से पूछा है कि दरभंगा में एम्स की स्थापना एक और ऐसा वादा है, जिसे पीएम मोदी भूल गये हैं. 2020 में मंजूरी मिलने के बाद से स्थानीय लोग 2,100 बिस्तरों वाले अस्पताल का इंतजार कर रहे हैं.
संवाददाता,पटना कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री के दरभंगा के चुनावी दौरे को लेकर कई सवालों का जवाब मांगा है. कांग्रेस नेता ने अपने एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री से पूछा है कि दरभंगा में एम्स की स्थापना एक और ऐसा वादा है, जिसे पीएम मोदी भूल गये हैं. 2020 में मंजूरी मिलने के बाद से स्थानीय लोग 2,100 बिस्तरों वाले अस्पताल का इंतजार कर रहे हैं. यहां पर काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है. हाल ही में, स्वास्थ्य मंत्रालय ने अंततः एक कमेटी को नियुक्त किया, जो इस अस्पताल की डिजाइन करेगी. दरअसल ऐसा करना महज मतदाताओं को यह दिखाने के लिए है कि उन्होंने लोकसभा चुनावों से पहले कुछ प्रगति की है. यह परियोजना इतने लंबे समय तक क्यों रुकी हुई है? क्या पीएम मोदी अपना वर्षों पुराना वादा निभाने का इरादा रखते हैं? कांग्रेस महासचिव ने पूछा है कि पिछले 20 वर्षों में भाजपा ने मैथिली भाषा के विकास, संरक्षण या इसके प्रचार-प्रसार के लिए कुछ नहीं किया है. मैथिली एक अनुसूचित भाषा है. यह संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है. भाजपा ने केंद्र में अपने 10 साल और बिहार में 13 साल के शासनकाल के दौरान कुछ नहीं किया. राज्य की मैथिली अकादमी एक ‘भूतिया ’संगठन में तब्दील होकर रह गयी है. उसके पास वर्षों से न तो कोई धन है, न कोई अध्यक्ष है और न ही कोई कर्मचारी या प्रकाशन है. उन्होंने कहा है कि हर माॅनसून में, कोसी, बागमती, और कमला बालन नदी बाढ़ से तबाही लाती है. डबल इंजन सरकार तटबंधों के निर्माण और पुनर्निर्माण में लगी रहती है ताकि अगली बाढ़ के दौरान वे फिर से बह जाये. स्थानीय निवासियों ने इसकी तुलना ‘सोने के अंडे देने वाली मुर्गी’से की है.
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