Jal Nal Yojna Bihar: अब बिहार के छूटे गांव-बसावटों में भी पहुंचेगा शुद्ध नल का जल, किया जायेगा सर्वे
मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना पार्ट टू में अब वैसे गांव -बसावटों की पहचान शुरू होगी, जहां पर नल से जल किसी भी कारण से नहीं पहुंच पाया है. ऐसे बसावटों में पानी पहुंचाने के लिए पीएचइडी अधिकारी जल्द ही गांव का सर्वे शुरू करेंगे, ताकि इस साल के अंत तक सभी घरों में नल का जल पहुंच जाये. इसको लेकर विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया है, जिसमें छूटे सभी गांव-बसावटों का पूरा ब्योरा होगा.
मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना पार्ट टू में अब वैसे गांव -बसावटों की पहचान शुरू होगी, जहां पर नल से जल किसी भी कारण से नहीं पहुंच पाया है. ऐसे बसावटों में पानी पहुंचाने के लिए पीएचइडी अधिकारी जल्द ही गांव का सर्वे शुरू करेंगे, ताकि इस साल के अंत तक सभी घरों में नल का जल पहुंच जाये. इसको लेकर विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया है, जिसमें छूटे सभी गांव-बसावटों का पूरा ब्योरा होगा.
नल जल योजना के तहत अब तक एक लाख चौदह हजार 691 वार्डों के एक करोड़ 83 लाख से अधिक परिवारों को नल से शुद्ध पानी पहुंचाने का लक्ष्य है. योजना को घर – घर पहुंचाने की जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग और पीएचइडी को दी गयी थी. हाल की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग योजना के तहत पूरा काम हो चुका है. जहां काम नहीं हुआ है. वहां तकनीकी परेशानी है, जिसे बहुत जल्द दूर कर काम को पूरा करने का दिशा-निर्देश जारी है.
आर्सेनिक : 5085, फ्लोराइड : 3814 और आयरन : 21,598 वार्ड प्रभावित हैं. इन वार्डों में काम करने में अधिकारियों को सबसे अधिक परेशानी हुई है. नये सर्वे में इन इलाकों में अधिकारी हर गांव-बसावट तक पहुंचेंगे, ताकि कोई भी परिवार योजना में नहीं छूटे और लोगों को शुद्ध जल मिल सके. इन इलाकों में पानी की शुद्धता सबसे जरूरी है. इस कारण से विभाग ने इसके लिए अलग से निगरानी टीम बनायी है, जिनमें विभाग के ही रिटायर अधिकारी हैं.
ऐसे हो रही है निगरानी
– वार्डों में लगाया गया है सेंसर
– अधिकारी फोन से ले रहे हैं लाभुक से योजना की जानकारी
– बनाया गया है संयुक्त कंट्रोल रूम, जहां शिकायत करने पर हो रही है कार्रवाई
– ब्लॉक अधिकारी व जनप्रतिनियों से भी समय-समय पर ले रहें है फीडबैक
Posted By: Thakur Shaktilochan