JantaCurfew : Corona के खिलाफ सरकार के सभी पहल का समर्थन करेगा आरजेडी
राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शनिवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ सरकार के हर सकारात्मक पहल का पार्टी समर्थन करेगी. जनता कर्फ्यू के एक दिन पहले शनिवार को उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में असावधानी और लापरवाही घातक हो सकती है.
पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शनिवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ सरकार के हर सकारात्मक पहल का पार्टी समर्थन करेगी. जनता कर्फ्यू के एक दिन पहले शनिवार को उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में असावधानी और लापरवाही घातक हो सकती है.
जगदानंद सिंह ने आगे कहा कि राजद ने एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका अदा करते हुए सबसे पहले अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर सरकार को सकारात्मक सहयोग किया. दूसरी ओर, सरकार के घटक दल भाजपा के मंत्री और नेता सरकार के ही दिशा-निर्देशों की अवहेलना करते रहे. भाजपा नेताओं के इस कार्य की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सबूत सहित आलोचना की थी.
राजद के वरिष्ठ नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव मीडिया और सोशल मीडिया के द्वारा बिहारवासियों को कोरोना से सतर्क, सावधान और जागरूक होने के साथ-साथ केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का राजद प्रदेश की पहली ऐसी पार्टी है, जिसने आधिकारिक रूप से अपने समर्थकों, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और राज्यवासियों से अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण से सावधानी, संयम व स्वच्छता के प्रति सचेत रहकर स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करने का निवेदन किया है.
प्रदेश कार्यालय के लिए भी राजद ने जारी किया गाइडलाइन
जगदानंद ने कहा कि राजद ने 31 मार्च तक अपने प्रदेश कार्यालय के लिए भी गाइडलाइन जारी की है. राजद कार्यकर्ता साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए प्रदेश भर में मुफ्त में फेस मास्क और हैंड सेनिटाइजर का वितरण कर सरकार का सहयोग कर रहे हैं.
लालू ने बिहारवासियों को सतर्क रहने की अपील की
जगदानंद सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बिहारवासियों को सतर्क रहने की अपील की है. साथ-साथ बिहार सरकार से स्वास्थ्य पेशेवरों का विशेष टास्क फोर्स, जिला स्तर पर नोडल आॅफिस का गठन और उनके संपर्क सूत्रों की विवरणी सार्वजनिक करने का अनुरोध किया है.
प्रदेश राजद अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर से सभी भलीभांति परिचित हैं. हाल ही चमकी बुखार के दौरान बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बिहार के अस्पतालों में 47 प्रतिशत डॉक्टरों की कमी, 70 प्रतिशत नर्सों की, 72 प्रतिशत लैब टेक्निशियन की और 58 प्रतिशत फार्मासिस्टों की कमी बतायी थी.