ललन सिंह ने भाजपा पर लगाया धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप, बोले- बीजेपी का काम देश में केवल भ्रम फैलाना है
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि भाजपा नेता समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की कोशिश में लगे रहते हैं. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 17 साल से सत्ता में हैं. उन्होंने कभी समाज को बांटने का काम नहीं किया.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भाजपा पर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश में सुबह से शाम तक लगे रहने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को काम नहीं करना है और देश में केवल भ्रम फैलाना है. भाजपा नेता समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की कोशिश में लगे रहते हैं. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 17 साल से सत्ता में हैं. उन्होंने कभी समाज को बांटने का काम नहीं किया. इससे पहले ललन सिंह ने पूर्व विधायक राजीव रंजन और उनके सहयोगियों को भाजपा छोड़ कर जदयू में शामिल होने का स्वागत किया और सदस्यता दिलायी.
पार्टी लगातार मजबूत हो रही है : ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि यह राजीव रंजन की घर वापसी है, कुछ दिन के लिए भटक कर वे बड़का झूट्ठा पार्टी (बीजेपी) में चले गये थे. अपना घर तो अपना ही घर होता है, भले ही उसमें कुछ दिक्कत भी हो. पत्रकारों से उन्होंने कहा कि पार्टी लगातार मजबूत हो रही है. इस मिलन समारोह का आयोजन रविवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में किया गया.
नीतीश कुमार ने योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया
ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास का काम शुरू कर उसका फायदा आमलोगों तक पहुंचाया. वहीं, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अपने एक भी विकास के काम को बता दे, जो जमीन तक पहुंची हो. ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की योजनाओं को बाद में केंद्र सरकार अपनाती है. मुख्यमंत्री ने 2015 में हर घर नल का जल योजना शुरू की, जिसे केंद्र ने 2019 में शुरू किया. बाद में केंद्र कुछ रुपये की भागीदारी से इसे अपनी योजना बनाने की कोशिश में था, जिस प्रस्ताव को राज्य सरकार ने इन्कार कर दिया. सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश के हर घर तक बिजली 2015 में शुरू कर 2018 में पहुंचा दी, केंद्र ने 2017 में इसे अपनाया.
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केंद्र सरकार की योजनाओं पर खड़े किए सवाल
ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 2010 में कहा था कि बिजली की स्थिति में सुधार नहीं करेंगे, तो अगली बार वोट मांगने नहीं आयेंगे. दूसरी ओर प्रधानमंत्री ने 2014 चुनाव के समय प्रतिवर्ष दो करोड़ रोजगार देने, सब के खाते में 15 लाख रुपये देने का जो वायदा किया था, वह पूरा नहीं हुआ, उसका कोई जवाब नहीं देते. जिस उज्ज्वल और आयुष्मान योजना की लगातार चर्चा करते हैं, उसकी आज क्या स्थिति है, नहीं बताते. जो गैस 400 में मिलती था, वो आज 1200 में मिलती है, गरीब गैस कहां से खरीदेगा? आयुष्मान योजना का लाभ यहां बैठे एक भी व्यक्ति को मिला क्या?