Patna : करीबियों ने ही 14.20 लाख सुपारी देकर करवायी थी जदयू नेता सौरभ की हत्या

जदयू नेता सौरभ पटेल हत्या जमीन कारोबार में प्रतिद्वंद्विता के कारण तीन परिचितों ने ही 14.20 लाख रुपये की सुपारी देकर करवायी थी. पुलिस ने इस मामले में तीनाें साजिशकर्ता और दो शूटर समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 27, 2024 1:39 AM

संवाददाता, पटना : पीपरा थाने के पारथू गांव निवासी जदयू नेता सौरभ पटेल हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. शुक्रवार को पूर्वी एसपी भारत सोनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि साजिशकर्ता और शूटर समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जमीन कारोबार में प्रतिद्वंद्विता के कारण तीन परिचितों ने ही पूरी साजिश रची और 14.20 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवायी. गिरफ्तार आरोपितों में मुख्य साजिशकर्ता पीपरा थाने के चकपिपरा का शशिरंजन कुमार, परसा बाजार थाने के शिवनगर का अविनाश उर्फ राइफल व पुनपुन थाने के पैमार का दीपक कुमार हैं. इसके अलावा सुपारी लेने वाला गोपालपुर थाने के डोमनचक का पप्पू चंद्रवंशी और शूटर डाेमनचक का विक्की चंद्रवंशी उर्फ होंदा व परसा बाजार थाने के ममताधाम का सत्यम कुमार झा शामिल हैं. वहीं, पप्पू की निशानदेही पर हथियार देने वाला परसा बाजार का श्यामनारायण सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से पुलिस ने एक पिस्टल, तीन मैगजीन, 16 जिंदा कारतूस, एक देसी कट्टा व हत्या में इस्तेमाल की गयी अपाची बाइक बरामद की है. फिलहाल एक शूटर राजू फरार है.

जमीन कारोबार में सौरभ के आगे बढ़ने से तीनों को हो रहा था नुकसान

पूर्वी एसपी ने बताया कि पांच साल पहले अविनाश से सौरभ का विवाद हुआ था. इसके बाद बातचीत बंद थी, लेकिन दोनों के परिवारों में मेल-मिलाप था. अविनाश भी जमीन का कारोबार करता है और सौरभ भी पहले से जमीन की खरीद-बिक्री में था. सौरभ इसमें लगातार आगे बढ़ रहा था. जिस जमीन को अविनाश देखता या खरीदने की कोशिश करता था, उसे सौरभ खरीदकर एग्रीमेंट करा लेता था. इससे अविनाश को सौरभ से खुन्नस थी. शशिरंजन व दीपक भी जमीन कारोबार करते हैं, पर सौरभ की वजह से कई बड़े प्लॉट हाथ से निकल गये. लगातार नुकसान के कारण तीनों कर्ज में डूब गये थे.

पैमार की जमीन बेच कर दिये सुपारी के पैसे

साजिश रचने के बाद शशिरंजन ने अपनी पहचान के पप्पू चंद्रवंशी को हत्या की सुपारी दी. पप्पू पहले भी जेल जा चुका है. अविनाश, शशिरंजन व दीपक के पास पैमार में जमीन थी, जिसे तीनों ने 14 लाख रुपये में बेच कर पप्पू को 14.20 लाख रुपये की सुपारी दे दी. इसके बाद पप्पू ने शूटर विक्की को सात लाख रुपये दिये और हथियार उपलब्ध भी कराया. 24 अप्रैल की रात को सौरभ जब पुनपुन थाने के बड़हियाकोल गांव में रिसेप्शन से लौट रहे थे, तो विक्की, राजू व सत्यम ने अपाची बाइक से पहुंचे व गोली मार कर हत्या कर दी. सौरभ के दोस्त मुनमुन को भी गोली लगी थी.

जांच भटकाने के लिए कैंडिल मार्च निकाला और पीड़ित परिवार के साथ थाना पहुंचा

हत्या के बाद अविनाश, शशिरंजन व दीपक ने पुलिस को भटकाने के लिए गांव में ही रुक गये. घटनास्थल पर पहुंच कर सौरभ के परिवार को सहानुभूति देने लगे. यही नहीं, अविनाश उनके साथ प्राथमिकी दर्ज भी कराने थाना भी गया. हत्या के विरोध में सड़क जाम करने में भी शामिल रहा. एसआइटी ने जांच की, तो कई संदिग्ध नंबर मिले. सभी आपस में बात करने के लिए छिनतई व चोरी के मोबाइल से वाट्सएप कॉल कर रहे थे. एसआइटी ने पहले विक्की को पकड़ा. उसने पप्पू का नाम लिया और फिर तीनों साजिशकर्ता तक पुलिस पहुंच गयी.

शूटर देने वाला था बिहार पुलिस की परीक्षा

पूछताछ में शूटर सत्यम ने बताया कि बाइक से भागने के क्रम में वह सड़क हादसे में घायल हो गया. उसने बिहार पुलिस का फॉर्म भरा है. उसका एडमिट कार्ड भी आया है. उसी की परीक्षा देने वाला था.

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