बिहार में इस साल जदयू में 70 लाख सदस्य बनाये गये है. 2019 की तुलना में यह तीस लाख अधिक है. हर वर्ग में साठ फीसदी से अधिक युवाओं की भागीदारी हुई है. बुधवार को जदयू के राज्य निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए 27 नवंबर को चयन होगा. इसके लिए 26 नवंबर को नामांकन लिये जायेंगे. एक नामांकन की स्थिति में प्रदेश अध्यक्ष के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जायेगा. 27 नवंबर को राज्य परिषद की बैठक प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में होगी.
राज्य निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह ने बताया कि जदयू के सदस्यता अभियान में सवा दो महीने के दौरान 70 लाख सदस्य बनाए गए. उन्होंने बताया कि सांगठनिक प्रखंड स्तरीय निर्वाचन में एक प्रतिशत चुनाव को स्थगित किया गया. जबकि 11 प्रतिशत को निलंबित किया गया. नौ प्रतिशत में मत विभाजन और 80 प्रतिशत में निर्विरोध निर्वाचन संपन्न हुआ.
पार्टी के कुल 51 सांगठनिक जिला स्तरीय चुनाव में चार जिला नगर अध्यक्ष का चुनाव तथा पांच जिला अध्यक्ष का चुनाव स्थगित किया गया. उन्होंने सभी नवनिर्वाचित अध्यक्ष की सूची जारी की. इसमें पटना जिला के अध्यक्ष अशोक कुमार और पटना नगर अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ कमाल नव निर्वाचित हुए हैं.
जनार्दन प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रखंड अथवा जिला स्तरीय निर्वाचन में स्थगन, निलंबन अथवा विवाद के कारण वहां का सांगठनिक इकाई खड़ा नहीं हो सका. इसलिए वहां के बारे में अब नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष द्वारा गठित तीन सदस्यीय विवाद निवारण समिति द्वारा विशेष जांच पड़ताल कर निर्णय लिया जाएगा.
जनार्दन सिंह ने कहा कि राज्य परिषद की बैठक में नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष, विधान मंडल के दोनों सदन के वर्तमान सदस्य, लोकसभा एवं राज्य सभा के वर्त्तमान सदस्य एवं दल के नेता, राज्य परिषद के सदस्य होंगे. विधान मंडल के दोनों सदन के पूर्व सदस्यों एवं लोकसभा व राज्य सभा के पूर्व सदस्यों को राज्य परिषद में भाग लेने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है
जदयू की सांगठनिक चुनाव में राज्य भर में कुल नौ जिला अध्यक्ष व नगर अध्यक्षों का चुनाव नहीं हो सका. जहां पर जिला नगर अध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ उसमें दरभंगा नगर, कटिहार नगर, मुजफ्फरपुर नगर और बेगूसराय नगर अध्यक्ष का पद शामिल है. इसके अलावा मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, शेखपुरा, रोहतास और औरंगाबाद जिला जदयू का चुनाव स्थगित कर दिया गया है. पार्टी ने कहा है कि जहां पर सांगठनिक इकाई खड़ी नहीं हो सकी है, वहां पर नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर विशेष जांच कर समस्या का समाधान किया जायेगा.