जदयू के अंदर एक अलग ही राजनीतिक खेल चल रहा है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने चार अगस्त को जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को नोटिस भेजा है. इसमें लिखा था कि नालंदा जिला जदयू के दो साथियों का साक्ष्य के साथ परिवाद मिला है. उसमें यह उल्लेख है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के नाम से 2013 से 2022 तक चालीस बिगहा जमीन खरीद की गयी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 9 साल में आरसीपी सिंह के परिवार ने सिर्फ नालंदा जिले में 40 बीघा जमीन की खरीददारी की है. कुछ नेताओं का मानना है कि हो सकता है कि इनकी दूसरे जिलों में भी संपत्ति हो. जेडीयू द्वारा जारी की गई नोटिस के अनुसार खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री आरसीपी सिंह की पत्नी गिरिजा देवी और दोनों बेटियों आईपीएस अफसर लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर है. जेडीयू नेताओं का यह भी आरोप है कि आरसीपी सिंह ने चुनावी हलफनामे में इन संपत्तियों का ब्योरा नहीं दिया था.
Also Read: JDU से जारी नोटिस पर बोले उपेन्द्र कुशवाहा, पहले आरसीपी दें जवाब तब जदयू उठायेगा अगला कदममीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरसीपी सिंह के परिजनों के नाम पर नालंदा जिले के इस्लामपुर अंचल में 12 और केवाली अंचल में 12 प्लॉट की रजिस्ट्री हुई है. इन जमीनों की रजिस्ट्री वर्ष 2013 से 2016 के बीच में की गई है और यह जमीन उनकी बेटियां लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर रजिस्टर की हुई हैं. वहीं अस्थावां के शेरपुर मालती मौजा में भी आरसीपी सिंह के परिवार के नाम 33 प्लॉट की रजिस्ट्री की हुई हैं. इनमें से कुछ जमीन जमीन लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर खरीदी गई जहां पिता की जगह पर आरसीपी सिंह का नाम दर्ज है. इसके साथ ही 12 ऐसे प्लॉट हैं जो की आरसीपी सिंह की पत्नी गिरिजा देवी के नाम पर रजिस्टर है. लता सिंह के नाम पर भी 15 प्लॉट खरीदी गई है. 2015 में महमदपुर में एक प्लॉट गिरिजा देवी के नाम पर खरीदा गया.