उपेन्द्र कुशवाहा की बढ़ाई गई सुरक्षा, नीतीश सरकार ने दी Y+ श्रेणी की सुरक्षा

बिहार की जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा को लेकर नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. उपेन्द्र कुशवाहा की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला लेते हुए उन्हे अब Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2022 2:54 PM

बिहार की जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा को लेकर नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. उपेन्द्र कुशवाहा की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला लेते हुए उन्हे अब Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी.

गृह विभाग की ओर से आदेश जारी

इस संबंध में गृह विभाग की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है. गृह विभाग के विशेष शाखा के सचिव विकास वैभव ने डीजीपी और अपर पुलिस महानिदेशक विशेष शाखा बच्‍चू सिंह मीणा को पत्र भी जारी कर दिया है. समीक्षा के बाद उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा नीतीश सरकार ने बढ़ाई है.

सुरक्षा की समीक्षा हुई थी

बता दें की उपेंद्र कुशवाहा के सुरक्षा की समीक्षा हुई थी. जिसके बाद नीतीश सरकार ने फैसला लेते हुए जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का फैसला लिया है. उपेंद्र कुशवाहा को अब Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. इस संबंध में गृह विभाग ने अपने स्तर पर आदेश जारी कर दिया है.

21 अप्रैल को राज्य सुरक्षा समिति की एक बैठक हुई थी

गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव ने इस संबंध में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल और एडीजी (विशेष सुरक्षा) बच्चू सिंह मीणा को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा समीक्षा को लेकर 21 अप्रैल को राज्य सुरक्षा समिति की एक बैठक हुई थी.

Also Read: Bihar Train News: 10 मई से दानापुर-राजगीर के समय में होगा बदलाव, अनारक्षित टिकट फिर से लें काउंटर से
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की अनुशंसा की गई

बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा सदस्य बिहार विधान परिषद अध्यक्ष पर्यटन विकास समिति और पूर्व केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की अनुशंसा की गई. ऐसे में उन्हें Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने की अनुशंसा की जाती है.

क्या है Y श्रेणी की सुरक्षा 

Y श्रेणी की सुरक्षा भारत का चौथा सुरक्षा स्तर है, इस सुरक्षा कवच में 11 सुरक्षाकर्मी होते है, जिसमें 1-2 एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल हैं. इनमे दो निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) भी होते है. भारत में बहुत से लोग सुरक्षा की इस श्रेणी में आते हैं.

Next Article

Exit mobile version