जेडीयू ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखी चिट्ठी, कहा- लालू यादव पर जेल मैन्युअल के अनुसार करें कार्रवाई
पटना : जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर मुकदमा दर्ज कर सक्षम कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि आप राज्य के मुख्यमंत्री हैं, तो बिहार-झारखंड जेल मैन्युअल के उल्लंघन स्वाभाविक रूप से आपकी जिम्मेवारी है.
पटना : जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर मुकदमा दर्ज कर सक्षम कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि आप राज्य के मुख्यमंत्री हैं, तो बिहार-झारखंड जेल मैन्युअल के उल्लंघन स्वाभाविक रूप से आपकी जिम्मेवारी है.
आदरणीय @HemantSorenJMM जी,आप राज्य के मुख्यमंत्री है तो स्वाभाविक रूप से आपकी जिम्मेवारी है कि बिहार-झारखण्ड जेल मैन्युअल के उल्लंघन पर बिहार-झारखण्ड कारा अधिनियम धारा के तहत @laluprasadrjd जी पर मुकदमा दर्ज कर सक्षम करवाई किया जाए. pic.twitter.com/WPFraojyw8
— Nikhil Mandal (@nikhilmandalJDU) June 12, 2020
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि रांची के रिम्स में भर्ती राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के जन्मदिन 11 जून को जारी वीडियो बिहार-झारखंड जेल मैन्युअल का खुला उल्लंघन है.
मालूम हो कि लालू जी सजायाफ्ता कैदी हैं, जो चिकित्सीय कारणों से रिम्स में भर्ती हैं. स्वाभाविक रूप से अस्पताल में रहने के बावजूद जेल मैन्युअल प्रभावी है. लालू प्रसाद यादव पर भादवि 120 (बी), 467, 420, 409, 468, 471, 477 (ए) एवं भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के 13 (2), 13(1) (सी), (डी) की विभिन्न धाराओं में सजायाफ्ता आरोपित हैं.
जेडीयू प्रवक्ता ने लिखा है कि आपको याद होगा कि आप स्वयं अपने राजनीतिक सहयोगी लालू प्रसाद यादव से मिलने 26 दिसंबर, 2019 को दो अतिरिक्त सहयोगी के साथ मिलने के लिए न्यायालय से आदेश लेने के बाद गये थे. हम आपको यह भी यादव दिलाना चाहते हैं कि बिहार -झारखंड कारा अधिनियम धारा के तहत कोई भी प्रतिबंधित सामग्री ले जाना अपराध है.
मालूम हो कि 11 जून, 2020 को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपना 73वां जन्मदिन मनाया था. अपने जन्मदिन के मौके पर लालू यादव ने परिजनों के साथ वीडियो कॉल के जरिये जुड़े और केक काटा. लालू यादव के केक काटने का वीडियो सोशल मीडिया में सामने आने के बाद जेल मैन्युअल को लेकर सवाल खड़े किये जा रहे हैं.