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जीविका दीदियों ने दो टन शराब की बोतलों से बनायीं 70 हजार चूड़ियां, पटना में लगाया गया है पहला कारखाना

26 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नशामुक्ति दिवस पर पटना के सबलपुर गांव में जीविका चूड़ी निर्माण केंद्र का उद्घाटन किया, जो राज्य की पहली चूड़ी की फैक्ट्री है. इस कारखाने में प्रतिदिन लगभग 80 हजार चूड़ियों के निर्माण की क्षमता है.

जूही स्मिता, पटना: साल 2016 में जीविका की दीदियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराब पर रोक लगाने की गुजारिश की थी. जिसके बाद सरकार की ओर से बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू कर दी गयी. वहीं शराबबंदी के बाद भी शहर में शराब विभाग की ओर से जब्त किये जाते रहे हैं और नष्ट भी कर दिया जाता रहा है. ऐसे में जीविका की पटना टीम ने यह तय किया कि क्यों ना इन कांच की बोतलों से चूड़ी निर्माण कराया जाये. साथ ही इस निर्माण कार्य में जीविका से जुड़ी दीदियों को जोड़ा जाये इससे वे आत्मनिर्भर होने के साथ रोजगार से भी जुड़ सकेंगी.

26 नवंबर को चूड़ी निर्माण केंद्र का हुआ था उद्घाटन 

इसी महीने 26 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर जीविका चूड़ी निर्माण केंद्र का उद्घाटन किया. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग में जीविका चूड़ी निर्माण केंद्र की स्थापना पटना जिला के सबलपुर गांव में की गयी है. इस योजना के लिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से जीविका को लगभग 1 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता की गयी है. बिहार का पहला चूड़ी निर्माण का कारखाना पटना के सबलपुर गांव लगाया गया है

150 जीविका दीदियों को मिला रोजगार

मधुग्राम महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीइओ मनीष कुमार ने बताया कि कांच की चूड़ियों के लिए विश्वविख्यात फिरोजाबाद के तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में सबलपुर गांव में अत्याधुनिक चूड़ी कारखाने की स्थापना की गयी है. यहां दो टन की क्षमता वाली गैस से चलने वाली भट्ठी बनायी गयी है, जो एन्वायरमेंट फ्रेंडली है. यही नहीं, इसके संचालन के लिए 10 दीदियों को फिरोजाबाद भेज कर ट्रेनिंग दी जा चुकी है. इस कारखाने में लगभग 150 जीविका दीदियां और उनके परिवारों की सदस्य जुड़ी हुई हैं. आने वाले समय में इनको भी फिरोजाबाद के विशेषज्ञ जल्द प्रशिक्षण देंगे. फिलहाल कारखाने में सिंपल सिंगल और मल्टीकलर की चूड़ियां बनायी जा रही हैं. चूड़ियों की क्वालिटी अलग-अलग होने से इसकी कीमतें तय करने को लेकर जल्द निर्णय लिया जायेगा.

सरस मेला, एयरपोर्ट समेत अन्य बाजारों में चूड़ियों के लगेंगे स्टॉल

यहां निर्मित चूड़ियों को जीविका की ओर से संचालित ग्रामीण बाजार, सरस मेला, अवसर स्कीम के तहत पटना एयरपोर्ट पर प्रदर्शनी सह विक्रय स्टॉल के अलावा क्षेत्रीय बाजारों, हाटों के साथ-साथ सतत जीविकोपार्जन योजना से जुड़ी दीदियों की दुकानों से बेचने की योजना है. राज्य में चूड़ी के व्यवसाय से जुड़े थोक और खुदरा व्यवसायियों से भी जल्द संपर्क कर चूड़ियों को बेचा जायेगा.

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चूड़ियों को बाजार में भेजने की तैयारी

मधुग्राम महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीइओ मनीष कुमार ने बताया कि मद्यनिषेध विभाग की ओर से जब्त शराब की दो टन बोतलों की सप्लाइ की गयी थी, जिससे 70 हजार चूड़ियां तैयार की गयी हैं. इन चूड़ियों को बाजार में भेजने की तैयारी की जा रही है. कीमतों के निर्धारण को लेकर जल्द निर्णय लिया जायेगा.

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