संवाददाता, फतुहा / पटना : जेठुली हत्याकांड के मुख्य आरोपित उमेश राय को में एसआइटी ने पूर्वी चंपारण जिला स्थित नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है. एसआइटी घटना के बाद से उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी. वह अपना लोकेशन लगातार बदल रहा था. कभी दिल्ली, झारखंड, यूपी, तो कभी बिहार के अलग-अलग जिलों में छिप रहा था. इसके बाद वह नेपाल भाग गया. नेपाल से वह पूर्वी चंपारण जिले में अपने रिश्तेदार के पास था. इसकी सूचना मिलते ही टीम ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
पिछले साल 19 फरवरी को पार्किंग विवाद में तीन लोगों की हुई थी हत्या
जेठुली गांव में 19 फरवरी, 2023 को जमीन व पार्किंग विवाद में दो गुटों में गोलीबारी हुई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गयी थी. इस हत्याकांड में 26 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी, जिनमें अब भी सात फरार हैं. इनके खिलाफ कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गयी है. इस हत्याकांड के बाद उग्र ग्रामीणों ने उमेश राय की करोड़ों की संपत्ति को आग लगा कर जला दिया था. इस मामले में भी पुलिस ने दर्जनों लोगों को नामजद करते हुए सैकड़ों अज्ञात पर मामला दर्ज किया था. डीएसपी निखिल कुमार ने बताया कि 26 लोगों के खिलाफ कांड सही पाया गया है. इनमें 15 की गिरफ्तारी हो गयी है. एक आरोपित की मौत हो गयी है. तीन पर नो कोर्सिव लगा है. सात लोग अभी फरार हैं. कुर्की की कार्रवाई भी की गयी है.
उमेश राय ने कहा-मुझे फंसाया गया
गिरफ्तारी के बाद उमेश राय ने कहा कि घटना वाले दिन शिवरात्रि के अवसर पर घर में रुद्राभिषेक चल रहा था. परिवार के सभी लोग पूजा में शामिल थे. मैं खुद पूजा पर बैठा था. इसी बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने उपद्रव करना शुरू कर दिया. इस केस में मुझे और मेरे परिवार को फंसाया गया है. जितने लोगों के नाम इस केस से जोड़े गये है, वे इसमें शामिल ही नहीं हैं. मैं पूर्वी चंपारण जिले में अपने रिश्तेदार के यहां ठहरा था. वहीं से गिरफ्तारी हुई है.
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