लाॅकडाउन में तीन महीने बंद थी दुकान, आर्थिक तंगी से जुझ रहे ज्वेलरी कारोबारी ने की आत्महत्या
पीरबहोर थाना क्षेत्र के बजाजा गली बाकरगंज में गुरुवार की सुबह एक आभूषण कारोबारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पटना : पीरबहोर थाना क्षेत्र के बजाजा गली बाकरगंज में गुरुवार की सुबह एक आभूषण कारोबारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कारोबारी का नाम 57 वर्षीय रामानंद प्रसाद है. वह सोना-चांदी आदि जेवर का कारोबार करते थे. गले में गमछा का फंदा लगाकर उन्होंने खुदकुशी की है. पुलिस को कारोबारी का शव उनके कमरे के अंदर दीवार में लोहे के एंगल से लटकता मिला. परिजनों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा. पोस्टमार्टम के बाद दोपहर में परिजनों को शव सौंप दिया गया.
कोरोना काल में तीन महीने बंद थी दुकान : मृतक के बेटे आशुतोष कुमार ने पीएमसीएच टीओपी प्रभारी अमित कुमार के समक्ष फर्द बयान दिया है. इसमें उन्होंने आत्महत्या के पीछे कोरोना काल में तीन माह से दुकान बंद होने के कारण परिवार के समक्ष आर्थिक तंगी व डिप्रेशन को मुख्य कारण बताया है. बेटे ने बताया कि उनके पिता भिखना पहाड़ी में कला आभूषण केंद्र के नाम से सोना-चांदी की दुकान करते थे. लाॅकडाउन होने के कारण उनकी दुकान पिछले तीन माह से बंद थी, जबकि पूरे परिवार का खर्च संबंधित दुकान से चलता था. आर्थिक तंगी के चलते पिता डिप्रेशन में आ गये थे. पिछले दस दिन से वह पूरे परिवार से कट गये थे. हर दिन की तरह बुधवार की रात खाना खाकर वह अपने कमरे में सोने चले गये. अगले दिन जब मैं उन्हें चाय देने गया तो दरवाजा खुला था और वह फांसी के फंदे पर झूल रहे थे.