Loading election data...

Jharkhand Train Accident: 13 दिनों में 7 रेल हादसों पर बरसे लालू यादव, कहा- ताबूत बन गए हैं रेल के डिब्बे

Jharkhand Train Accident: देश में लगातार हो रहे रेल हादसों ने विपक्ष को बैठे बिठाए बड़ा मुद्दा दे दिया है. लाख कोशिशों के बावजूद रेलवे हादसों को रोकने में विफल साबित हो रही है.

By Ashish Jha | July 30, 2024 2:22 PM
an image

Jharkhand Train Accident: पटना. देश में लगातार हो रहे रेल हादसों के बाद विपक्ष अब सरकार पर हमलावर है. पूर्व रेलमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने 13 दिनों में 7 रेल हादसों पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है. पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद ने झारखंड रेल हादसे को लेकर कहा कि आज भारतीय रेल के डिब्बे चलते-फिरते ताबूत बन गए हैं. झारखंड के चक्रधरपुर के राजखरसावां-बडाबांबो स्टेशन के बीच हुए 12810 मुंबई मेल हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं.

रेल दुर्घटनाएँ बेहद चिंताजनक

रेल हादसों को लेकर रेलवे और केंद्र सरकार पर विपक्ष हमलावर है. झारखंड में हुए रेल हादसे के बाद अब इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है. पूर्व रेल मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने तीखा तंज किया है. लालू ने एक्स पर लिखा कि 13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएँ! नियमित होती रेल दुर्घटनाएँ बेहद चिंताजनक है. सरकार ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था के मूलभूत कदम भी नहीं उठा रही है. भारतीय रेलवे इतनी असुरक्षित हो चुकी है कि ट्रेनों पर चढ़ने से पहले यात्री प्रार्थना करते हैं कि यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा ना हो. रेल के डिब्बे आज चलते फिरते ताबूत बनकर रह गए हैं.

Also Read: Jharkhand Train Accident: झारखंड में ट्रेन हादसा, चक्रधरपुर में हावड़ा मुंबई मेल दुर्घटनाग्रस्त, 3 की मौत

रोहिणी आचार्य ने भी सरकार पर कसा तंज

देश में लगातार हो रहे रेल हादसों ने विपक्ष को बैठे बिठाए बड़ा मुद्दा दे दिया है. लाख कोशिशों के बावजूद रेलवे हादसों को रोकने में विफल साबित हो रही है. लगातार हो रहे रेल हादसों में लोगों की असमय ही जान जा रही है. लालू प्रसाद से पहले उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि न तो पुल-पुलिया-सडकों के धंसने-टूटने व दरकने का सिलसिला थम रहा है और ना ही दुःखद रेल-दुर्घटनाओं का. जान-माल की क्षति निरंतर जारी है. पिछले दस वर्षों से देश की बागडोर जिन लोगों के हाथों में है, उन लोगों को इन सब की तनिक भी परवाह नहीं है, कोरी बयानबाजी की आड़ में भ्रष्टाचार ही इनके शासन का सार है.

Exit mobile version