Bihar News : मुजफ्फरपुर में जनवरी से होगा इथेनॉल का उत्पादन, पांच हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

मुजफ्फरपुर में इथेनॉल उत्पादन के लिए कंपनी को हर दिन 280 टन मक्का या टूटा चावल की जरूरत होगी. जिसकी खरीद जिले के किसानों से कंपनी सीधे तौर पर करेगी. बेला औद्योगिक क्षेत्र में तैयार लेदर क्लस्टर में छोटे बच्चाें की पढ़ाई के साथ ही आवास की भी व्यवस्था होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2022 8:50 PM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने बेला औद्योगिक क्षेत्र में तैयार लेदर क्लस्टर का निरीक्षण किया. उसके बाद मोतीपुर के मुरारपुर स्थित इथेनॉल प्लांट पहुंचे. वहां उन्हें कंपनी के एसएलपी (साइट ले आउट प्लान) से अवगत कराया गया. इसी क्रम में जानकारी दी गयी कि 15 जनवरी 2023 से इस प्लांट से हर दिन सौ किलो लीटर इथेनॉल का उत्पादन शुरू हो जायेगा. इस प्लांट के शुरू होने पर लगभग पांच हजार लोगों को राेजगार मिलेगा.

हर दिन 280 टन मक्का या टूटा चावल की जरूरत

इथेनॉल उत्पादन के लिए कंपनी को हर दिन 280 टन मक्का या टूटा चावल की जरूरत होगी. जिसकी खरीद जिले के किसानों से कंपनी सीधे तौर पर करेगी. इस दौरान कंपनी के चेयरमैन शुभम कुमार सिंह व निदेशक कोमल सिंह ने सीएम को वहां की कई समस्याओं से भी अवगत कराया. जिसका सीएम ने तुरंत समाधान कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया. इस दौरान उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, आइटी मंत्री इसराइल मंसूरी, एमएलसी दिनेश प्रसाद सिंह, उद्योग विभाग के सचिव संदगी पौंड्रिक सहित कई अन्य विधायक और अधिकारी मौजूद थे.

सड़क चौड़ीकरण का सीएम ने दिया निर्देश

निरीक्षण के दौरान सीएम को वहां की कई समस्याओं से अवगत कराया गया. उन्हें बताया गया कि हर साल नहर का बांध टूटता है. जिसका पानी प्लांट के अलावा अगल-बगल के 25 गांव को प्रभावित करता है. इसके साथ ही प्लांट आने वाली सड़क की चौड़ाई काफी कम है. प्लांट चालू होने पर हर दिन सौ से अधिक टैंकर का आवागमन होगा. कंपनी के चेयरमैन ने एक पुलिया निर्माण की भी मांग की. जिस पर सीएम ने बियाडा के अधिकारियों को सड़क चौड़ीकरण के साथ हर समस्या का अविलंब निदान करने का निर्देश दिया. उन्होंने नहर के पानी से बचाव के लिए बोल्डर पिचिंग कराने को कहा.

लेदर क्लस्टर में महिला कर्मियों के बच्चों के लिए खुलेगा प्ले स्कूल

बेला औद्योगिक क्षेत्र में तैयार लेदर क्लस्टर में छोटे बच्चाें की पढ़ाई के साथ ही आवास की भी व्यवस्था होगी. यह सुविधा सरकार की पहल पर उद्यमी बनीं जीविका दीदी और उनके साथ काम करने वाली महिला कर्मियों को मिलेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जीविका दीदियों के साथ संवाद में यह घोषणा की. जीविका दीदियों के काम की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने बिहार सरकार और उद्योग विभाग की ओर से भविष्य में हर तरह के सहयोग का भी आश्वासन दिया.

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आवास का किराया माफ करने की घोषणा

सीएम ने आवास का एक हजार रुपये किराया माफ करने की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करीब आधे घंटे तक जीविका दीदियों से बात की. कई जीविका दीदियों ने उनके सामने अपने अनुभव भी साझा किये. सीएम ने कहा कि आज वे केवल उन लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए यहां आये हैं. वे लोग बहुत अच्छा काम कर रही हैं. भविष्य में अपनी मेहनत के बूते और तरक्की करेंगी. कैंपस में ही प्ले स्कूल की व्यवस्था की जायेगी, ताकि कामकाजी महिलाएं अपनी जिम्मेदारी निभाने के साथ बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दे सकें.

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