पे रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर विश्वविद्यालयों ने अब तक अपलोड नहीं किया शतप्रतिशत डाटा विवि में वेतन पर संकट :: विश्वविद्यालयों को जुलाई का वेतन पोर्टल से ही मिलेगा, विभाग ने अभी वेतनादि अनुदान नहीं किया जारी :: शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों को नहीं मिला अब तक जुलाई का वेतन :: आने वाले समय में पोर्टल के आंकड़ों का उपयोग उपयोगिता प्रमाण पत्र के लिए किया जायेगा संवाददाता,पटना पारंपरिक विश्वविद्यालयों के वेतन के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से विकसित पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर विश्वविद्यालयों ने अपने शतप्रतिशत शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मियों के आंकड़े अपलोड नहीं किये हैं. इसके चलते शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों के लिए जुलाई का वेतनादि अनुदान जारी नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक पांच अगस्त तक की स्थिति में निर्धारित पोर्टल पर आंकड़ा साझा करने में सबसे पीछे पटना विश्वविद्यालय है, जिसने पांच अगस्त तक केवल 4.62 प्रतिशत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों का आंकड़ा ही पोर्टल पर अपलोड किया है. पटना विश्वविद्यालय के अलावा बीआरएबीयू ने 9.24 % और बीएनएमयू ने अपने 24 % शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के ही आंकड़े अपलोड किये हैं. शिक्षा विभाग ने इसे बेहद असंतोषजनक करार दिया है. हालांकि , केएसडीएस विश्वविद्यालय ने 91.61 % , मुंगेर विश्वविद्यालय ने 87.91 %, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने 77.18 %, वीकेएसयू ने 69.4 %, एलएनएमयू ने 67.6 %, टीएमबीयू ने 65.17%, जेपीयू ने 50.63 % और मगध विश्वविद्यालय ने 40.04 % शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के आंकड़े पोर्टल पर अपलोड किये हैं. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पे रौल मैनेजमेंट पोर्टल पर अपलोड डेटा का उपयोग आने वाले समय में वेतनादि भुगतान एवं अनुदान की राशि के उपयोगिता प्रमाणपत्र के लिए किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालयों के वेतनादि भुगतान के मकसद से तैयार कराये गये पोर्टल का उपयोग अब विश्वविद्यालय स्तर से किया जायेगा. इसके आधार पर तैयार किये गये पे-रौल के माध्यम से भुगतान की कार्यवाही की जायेगी. इसलिए यह जरूरी हो गया है कि सभी विश्वविद्यालय इस पोर्टल पर आवश्यक डाटा अपलोड करें . फिलहाल शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों को दो टूक बता रखा है कि उनके डाटा अपलोड करने के बाद ही जुलाई का वेतन जारी किया जायेगा.
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