Kal Ka Mausam: पटना. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चक्रवात बनने के कारण बिहार के अधिकतर जिलों में वर्षा के आसार काफी बढ़ गए हैं. शनिवार से ही राजधानी पटना सहित बिहार के कई जिलों में रूक-रूक कर वर्षा हो रही है. बिहार के सीमावर्ती देश नेपाल में भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई. नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों में कल भी भारी वर्षा के आसार हैं. खासकर पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर,सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनंगज में भारी वर्षा के आसार हैं. इन जिलों के लिए मौसम विज्ञान केंद्र ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, यानी इन जिलों में बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
नेपाल में भारी बारिश की आशंका
नेपाल में हो रही भारी बारिश का असर बिहार पर भी पड़ा है. गंडक और कोसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. पिछले 24 घंटों में दोनों नदियों से पानी का डिस्चार्ज पांच गुना बढ़ गया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने 20 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने आठ जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है. बाढ़ प्रभावित सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट जारी किया गया है. गंडक और कोसी नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए पटना में वॉर रूम बनाया गया है. जहां से दोनों नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. इसके अलावा राज्य की अन्य नदियों पर भी निगरानी रखी जा रही है. कोसी के वीरपुर बराज से 6.01 लाख क्यूसेक और गंडक के वाल्मीकिनगर बराज से 5.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
सोमवार को कई जिलों में बारिश
रविवार को भी बिहार के कई जिलों में बारिश हुई, खासकर पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी और सुपौल में भारी बारिश दर्ज की गई. राज्यभर में बीते कई दिनों से बारिश के आसार बने हुए हैं. हालांकि, आज मौसम में बदलाव के कारण तापमान में वृद्धि होने की संभावना है. सोमवार से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने के कारण तापमान में बढ़ोतरी होगी. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अलग-अलग जगहों पर हल्की, मध्यम, भारी और अति भारी बारिश हुई. पिछले दो दिनों में 19 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई है जबकि 16 जिलों के तापमान में गिरावट आई है.