कमलदेव नारायण शुक्ला कांग्रेस से निष्कासित, अरुण को कारण बताओ नोटिस
विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जहां संगठन के साथ दूसरे नेताओं को जोड़ने में जुटी है. इधर प्रदेश कांग्रेस ने अनुशासन को लेकर कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई भी आरंभ कर चुकी है.
दल विरोधी गतिविधियों के कारण अनुशासन समिति ने की कार्रवाई संवाददाता,पटना विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जहां संगठन के साथ दूसरे नेताओं को जोड़ने में जुटी है. इधर प्रदेश कांग्रेस ने अनुशासन को लेकर कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई भी आरंभ कर चुकी है. लोकसभा चुनाव के बाद सोमवार को दल विरोधी गतिविधियों के आरोप में कमलदेव नारायण शुक्ला को अनुशासन समिति ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अगले छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया. शुक्ला के अलावा अरुण पाठक को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है. कारण बताओ नोटिस जारी पूछा गया है कि इंटरनेट मीडिया पर लगातार दल विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें क्यों न पार्टी से निष्कासित कर दिया जाये. एक सप्ताह के अंदर अरुण को अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया है. उत्तर संतोषजनक नहीं हुआ तो उनको भी संगठन से छह वर्षों के लिए निलंबित किया जा सकता है. सारण जिला संगठन से जुड़े कमलदेव नारायण शुक्ला लोकसभा चुनाव महाराजगंज से पार्टी प्रत्याशी की दावेदारी की थी. प्रदेश अध्यक्ष डा अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह को महागठबंधन ने प्रत्याशी बनाया था. कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने संगठन व नेतृत्व के प्रति अपना क्षोभ सार्वजनिक रूप से प्रकट करने लगे थे. पहले मौखिक तौर पर उन्हें सीमा के भीतर रहने की चेतावनी दी गयी थी. सोमवार को प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति के अध्यक्ष कृपानाथ पाठक ने बैठक के उपरांत सर्वसम्मति से कार्रवाई का निर्णय लिया. इधर कमलदेव नारायण शुक्ला ने कहा कि उनको अभी तक इसको लेकर पार्टी का पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. पत्र मिलने के बाद वह बता पायेंगे कि उनको किस आरोप के तहत कांग्रेस से निष्कासित किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है