बिहार में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव 2021 के लिए बिगुल बज चुका है. 30 अक्टूबर को मतदान होना है. वहीं राजद और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर शुरू हुआ विवाद अब दोनों खेमों के युवा नेताओं के आमने-सामने होने तक आ चुका है. हाल में ही कांग्रेस में शामिल हुए कन्हैया कुमार अब उपचुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक बनाए गए हैं वहीं राजद ने अपने नेता तेजस्वी यादव को प्रमुख स्टार प्रचारक बनाया है.
बिहार में राजद और कांग्रेस अब महागठबंधन के दो अलग-अलग छोर पर खड़े हैं. सीट शेयरिंग को लेकर पनपा विवाद अब वहां आ पहुंचा है जहां राजद और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने- सामने मैदान में होंगे. राजद इसे फ्रेंडली फाइट का नाम देती है. जबकि कांग्रेस का कहना है कि विरोधी से कभी फाइट फ्रेंडली नहीं होता है. दोनों दलों के प्रदेश अध्यक्ष भी एक दूसरे पर हमलावर हैं. इस बीच कांग्रेस ने हाल में पार्टी की सदस्यता लेने वाले कन्हैया कुमार को अपना स्टार प्रचारक बनाया है. साथ में जिग्नेश मेवानी समेत अन्य नाम भी शामिल हैं.
राजनीतिक मुद्दों के जानकारों का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव के परिणाम आते ही कांग्रेस और राजद के बीच दरार आ चुकी थी. पर्याप्त सीटें लेकर भी कम सीटों पर जीत का आरोप लगाकर राजद ने कांग्रेस को महागठबंधन के हार का बड़ा कारण बताया था. इस बीच कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को पार्टी में लाकर अब बिहार में तेजस्वी यादव के समानांतर एक युवा चेहरा तैयार कर लिया है. इस बात को राजद के नेता भी समझ रहे हैं. इसलिए शिवानंद तिवारी जैसे कद्दावर नेता खुलकर कन्हैया के विरोध में आ चुके हैं और तेजस्वी को उन्होंने बेहतर नेता बताया है.
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ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के स्टार प्रचारक सूची में एक भी यादव जाति के नेता का नाम नहीं होना यह संकेत देता है कि कांग्रेस राजद से अलग सभी जातियों को साधने में लगी है. बिहार में कांग्रेस अब नया मैदान तैयार करने की तैयारी में है क्योंकि तेजस्वी यादव ने भी खुले मंच से यह कह दिया है कि भविष्य में अब राजद अकेले ही चुनाव लड़ेगी. हालांकि अभी देखना बांकी है कि कन्हैया किस तरह बिहार की राजनीति में कांग्रेस के लिए लाभकारी साबित हो सकेंगे.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan