Kanwar Yatra: सीएम योगी के आदेश पर भड़कीं रोहिणी आचार्य, पवित्र यात्रा को सांप्रदायिक रंग देने का लगाया आरोप
Kanwar Yatra: सोशल मीडिया पर लिखे अपने ताजा पोस्ट में रोहिणी आचार्य ने यूपी सरकार के इस फैसले को गलत करार दिया है. उन्होंने कहा है कि यूपी में भाजपा की सरकार सावन की पवित्र कांवर यात्रा को भी सांप्रदायिक रंग में रंगना चाहती है.
Kanwar Yatra: पटना. सावन में कांवड़ यात्रा के दौरान खाने-पीने की दुकानों पर दुकानदार का नेमप्लेट लगाने के यूपी सरकार के आदेश पर बिहार में भी सियासत शुरू हो गयह है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने सवाल उठाया है. सोशल मीडिया पर लिखे अपने ताजा पोस्ट में रोहिणी आचार्य ने यूपी सरकार के इस फैसले को गलत करार दिया है. उन्होंने कहा है कि यूपी में भाजपा की सरकार सावन की पवित्र कांवर यात्रा को भी सांप्रदायिक रंग में रंगना चाहती है.
सांप्रदायिक रंग देना चाहती है भाजपा
रोहिणी ने एक्स पर लिखा कि लोकसभा चुनाव में अयोध्या की सीट हारने की खीज और अपनी खिसकती जमीन की हताशा में नफरती, विखंडनकारियों की जमात भाजपा की उत्तरप्रदेश सरकार ने मुसलमान भाइयों के इकोनॉमिक (आर्थिक) बॉयकॉट के घृणित उद्देश्य से कांवड़ पथ पर नाम की तख्ती लगा कर सामान बेचने का फरमान जारी किया है. पावन श्रावण (सावन) मास में भगवान शिव के पूजन के लिए की जाने वाली पवित्र धार्मिक यात्रा को भी अपने गंदे राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के उद्देश्य से सांप्रदायिक रंग में रंगना चाह रही है उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार.
गंगा-जमुनी तहजीब को तोड़ने की कोशिश
लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने आगे लिखा कि धर्म की गलत व्याख्या के साथ समाज व देश में धार्मिक-विद्वेष, नफरत व उन्माद का जहर घोलना ही भाजपा की फितरत व राजनीति रही है. हद तो तब ही हो गयी थी जब अयोध्या की हार के पश्चात इन लोगों ने अयोध्या के हिंदुओं तक के बॉयकॉट (बहिष्कार) के लिए मुहिम छेड़ दी थी. इन लोगों की विकृत मानसिकता को अच्छी तरह से देख व समझ चुका है देश और गंगा-जमुनी तहजीब को तोड़ने-बाँटने की इनकी हर कोशिश अब नाकाम ही होगी.
क्या है सीएम योगी का फैसला
इस साल 22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. सावन में उत्तर प्रदेश में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार ने इस बार फैसला लिया है कि उत्तर प्रदेश में कावंड़ यात्रा के दौरान खाने पीने की सभी दुकानों पर दुकानदारों को अपना नेमप्लेट लगाना होगा. सीएमओ की तरफ से इसको लेकर निर्देश जारी किया गया है. सीएमओ के इस आदेश के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है. यूपी की समाजवादी पार्टी तो इसका विरोध कर ही रही है अब बिहार से भी इस फैसले के विरोध में आवाजें उठने लगी हैं.