kartik purnima 2024 कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पटना में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. गंगा स्नान के लिए ट्रेन और बस से बड़ी संख्या में लोग पटना पहुंच रहे हैं. यह सिलसिला गुरुवार की रात से ही जारी है. गंगा स्नान करने के लिए पटना आने वालों में सबसे ज्यादा संख्या ग्रामीण क्षेत्र की महिला श्रद्धालुओं की है.
गुरुवार को पटना पहुंचे श्रद्धालु शुक्रवार की सुबह से गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाने लगे हैं. आस्था की डुबकी लगाने के लिए पटना के प्रमुख घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ दिखी. श्रद्धालु गंगा स्नान करने के बाद ब्राह्मणों और भिक्षुकों को चावल, दाल और अन्य सामग्रियों का दान करते दिखे. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से बड़े-बड़े यज्ञों के बराबर फल मिलता है.
पंडितों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन नदियों में स्नान करने से 100 अश्वमेध यज्ञ करने का फल मिलता है. इस दिन स्नान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और सभी पाप धुल जाते हैं. इसलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने की विशेष महिमा है. अगर नदियों में स्नान करना संभव न हो, तो घर में गंगाजल मिलाकर स्नान करने से भी पुण्य प्राप्त होता है.
कार्तिक माह की पूर्णिमा पर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वाहनों का रूट डायवर्ट कर दिया. जबकि गंगा घाटों पर भी विभिन्न व्यवस्थायें हैं, जिससे अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके. पुलिस अधिकारियों की मानें तो घाटों पर गहरे पानी के लिए संकेतक लगाए गए हैं. गोताखोर भी तैनात किए गए हैं. साथ ही मुख्य मार्गों पर बेहतर यातायात बनाए रखने के लिए भी पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
पटना- गया रुट की ट्रेन और बस पर सबसे अधिक भीड़ देखने को मिल रही है. इसमें सबसे अधिक महिलाओं की भीड़ है. यह सिलासिला गुरुवार की सुबह से लेकर शुक्रवार रात तक देखने को मिला. ट्रेनों के बोगी तो भीड़ से पूरी तरह से खचाखच भरी थी. क्या महिलाएं और क्या पुरुष एक दूसरे पर चढ़े थे. बाथरूम तक में लोग घुसे थे. इसके कारण पटना जंक्शन पर मेला जैसा दृश्य देखने को मिला.