कश्मीर में 2021 में भी आतंकियों ने बिहार को दिया था जख्म, 11 दिन के भीतर 4 मजदूरों की कर दी थी हत्या
Target Killing In Kashmir: कश्मीर में बिहार के चार मजदूरों की हत्या बीते पांच दिनों के अंदर कर दी गयी. वर्ष 2021 में भी बिहार के चार मजदूरों को मौत के घाट उतार दिया गया था.
Target Killing In Kashmir: कश्मीर में बीते चार दिनों के अंदर दो अलग-अलग हमलों में बिहार के चार श्रमिकों की हत्या आतंकियों ने कर दी. धरती के स्वर्ग कश्मीर से अपने परिवार के लिए कुछ खुशियां लाने के अरमान लेकर गये युवकों के खून बहाने की घटना पहली बार नहीं हुई है. आज भी वर्ष 2021 में मिले दर्द को बिहार नहीं भूला है, जब यहां की चार जानें पाकिस्तानी आतंकियों की गोलियों के निशाने बनी थीं. भागलपुर, अररिया और बांका के उन घरों में पाकिस्तान के दिये घाव आज भी भरे नहीं हैं. एक बार फिर कश्मीर के शोपियां जिले में बांका जिले के शंभुगंज थाना क्षेत्र के कैथा गांव निवासी 30 वर्षीय अशोक चौहान की हत्या और फिर गांदरबल में बिहार के तीन मजदूरों की हत्या ने पुराने घावों को हरा कर दिया है.
11 दिन के भीतर ले ली थी चार की जान
वर्ष 2021 में 11 दिनों के भीतर बिहार के चार लोगों की हत्या आतंकवादियों ने की थी. अररिया जिले में बूढ़ी दादी का इकलौता सहारा पोता भी आतंकियों की भेंट चढ़ा था. हत्याकांडों के बाद कहीं बेटी की शादी और बच्चों की पढ़ाई की, तो कहीं कर्ज चुकाने की समस्या खड़ी हो गयी थी. एक मृतक की बेटी की शादी बाद में एक समाजसेवी की मदद से करवायी गयी थी. भागलपुर के वीरेंद्र पासवान उर्फ वीरंजन पासवान का अंतिम संस्कार तो कश्मीर में ही हो गया था और बाद में उनके भाई भागलपुर आकर बरारी घाट पर अस्थी प्रवाहित किये. बांका के अरविंद कुमार साह को बांका में मुखाग्नि दी गयी थी. अररिया के पीड़ित परिजनों ने भी अररिया में ही दाह-संस्कार कराया था.
अररिया के मजदूर की गोली मारकर कर दी थी हत्या
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के लारा गाजीपोरा गांव में अररिया जिला के रानीगंज प्रखंड अंतर्गत बौंसी पंचायत के कैदहटोला निवासी राजा ऋषिदेव और अररिया प्रखंड के खैरुगंज बनागाम निवासी जोगेट ऋषिदेव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. मिर्जापुर के चुनचुन ऋषिदेव घायल हो गये थे. राजा ऋषिदेव की मौत से उनकी दादी अकेली हो गयी थी.
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भागलपुर के वीरेंद्र पासवान की हत्या
भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड के वादे सैदपुर गांव के वीरेंद्र पासवान की हत्या आतंकवादियों ने श्रीनगर के लाल बाजार में पांच अक्तूबर, 2021 को कर दी थी. उनकी पत्नी के सामने बेटियों की शादी और बच्चों की पढ़ाई के साथ लोगों से लिये कर्ज की परेशानी खड़ी हो गयी थी. वीरेंद्र दो साल से घर नहीं आये थे. कुछ दिन में घर आते ही, पर इससे पहले उनकी हत्या हो गयी.
बांका के मजदूर की गोली मारकर हत्या
श्रीनगर में 16 अक्टूबर, 2021 को बांका के बाराहाट प्रखंड निवासी अरविंद साह की गोली मारकर आतंकियों ने हत्या कर दी थी. अरविंद का पार्थिव शरीर गांव लाया गया था. वह 12 साल से मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे. उस समय परिजनों का कहना था कि गैर कश्मीरियों को आधार कार्ड आदि देख कर गोली मारी गयी थी.
2024 में भी चार मजदूरों की ली जान
वर्ष 2021 के बाद अब 2024 में भी कुछ वैसा ही जख्म बिहार को आतंकियों ने कश्मीर में दिया है. बीते 5 दिनों के अंदर बिहार के चार मजदूरों की हत्या गोली मारकर कर दी गयी. बांका जिले के शंभुगंज निवासी अशोक चौहान कश्मीर में रहकर मकई की खेती करते थे. आतंकियों ने अशोक की हत्या गोली मारकर कर दी. उसे फोन करके खेत से बुलाया और गोलियों से छलनी कर दिया. वहीं कुछ ही दिनों के अंदर आतंकियों ने सुरंग निर्माण में जुटे मजदूरों को गोलियों से भून दिया. गांदरबल जिले की इस घटना में कुल 6 मजदूरों व एक डॉक्टर की मौत हुई है. मृतकों में तीन मजदूर बिहार के बताए जा रहे हैं.