भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर विशेष निगरानी रखें- नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सोमवार से कई अन्य गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं. इसे देखते हुए ज्यादा-से-ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखने की जरूरत है.
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सोमवार से कई अन्य गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं. इसे देखते हुए ज्यादा-से-ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखने की जरूरत है. सीएम ने केंद्र सरकार की तरफ से दिये गये निर्देश के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन को निगरानी रखने का आदेश देते हुए लोगों से भी इसका पालन करने को कहा. मुख्यमंत्री रविवार को कोरोना को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों, कार्यालयों और अन्य कार्य स्थलों में सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जाये.
लोग मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें. नीतीश कुमार ने कहा कि वर्तमान में बिहार से बाहर फंसे अधिकतर लोग वापस आ चुके हैं. कोरेंटिन केंद्रों में रह रहे काफी लोग वापस अपने घर जा चुके हैं. सभी लोगों को सचेत और सजग रहने की आवश्यकता है. सीएम ने अधिकारियों को कहा कि स्वास्थ्य संबंधित तमाम आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करें. सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा के विस्तार के लिए सभी आवश्यक उपकरणों और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए लोगों को लगातार जागरूक करते रहें.
इसके लिए माइकिंग के साथ-साथ अन्य प्रचार माध्यमों के जरिये लोगों को जागरूक करने का सघन अभियान चलाते रहें. उन्होंने निर्देश दिया कि संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रोटोकॉल के अनुरूप आइसोलेशन वार्ड और बेड की संख्या बढ़ाएं और सभी जरूरी चिकित्सीय सुविधाओं को उपलब्ध कराएं. उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोरोना संक्रमण जांच की व्यवस्था करने के निर्देश पहले ही दिये जा चुके हैं. इसके मद्देनजर अधिकतर जिलों में टेस्टिंग की व्यवस्था कर दी गयी है.
शेष जिलों में भी टेस्टिंग की व्यवस्था जल्द हो जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा के विस्तार के लिए सभी जरूरी उपकरणों और दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था हो. मुख्यमंत्री ने कहा है कि पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर बाहर से आये सभी लोगों की डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करें. उसकी नियमित फॉलोअप करते रहें. कोरोना संक्रमित अधिकत लोगों में लक्षणों का पता नहीं चलता है. सभी की लगातार निगरानी जरूरी है. उन्होंने कहा कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का विशेष रूप से ख्याल रखा जाये.
औद्योगिक प्रोत्साहन नीति-2016 में बदलाव के लिए लाये प्रस्ताव :-मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन के कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग करते रहें. श्रम प्रधान योजनाओं को प्राथमिकता में रखें. औद्योगिक प्रोत्साहन नीति-2016 में आवश्यकता के अनुसार संशोधन के लिए प्रस्ताव दें. इससे बिहार में उद्योग-धंधे स्थापित करने वालों को मदद मिल सके और बड़ी संख्या में लोगों के लिए रोजगार सृजित हो.
उन्होंने कहा कि बिहार में रह रहे श्रमिकों के साथ-साथ बाहर से आये श्रमिकों के रोजगार सृजन के लिए आगे की कार्रवाई करें. आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए स्किल सर्वे के आंकड़ों के आधार पर नियोक्ता और इच्छुक श्रमिकों की आवश्यकता को मैच करते हुए रोजगार उपलब्ध कराया जाये. बाढ़ निरोधक कार्य को तत्काल करें पूरा :-मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉनसून आने की संभावना को देखते हुए बाढ़ निरोधक कार्यों या सुरक्षात्मक कार्यों को तत्काल पूरा करें.
संभावित बढ़ की स्थिति से बचाव के लिए सभी जरूरी तैयारी रखें. उन्होंने कहा कि फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में अत्याधिक बारिश से हुई फसल क्षति से प्रभावित किसानों को दी जा रही कृषि इनपुट सब्सिडी की राशि शेष बचे हुए किसानों के खाते में जल्द ट्रांसफर करें.
लोगों से की अपील :-मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि जिन्हें संक्रमण की थोड़ी भी आशंका हो, वे तुरंत अपनी जांच कराएं. प्रो-एक्टिव होकर प्रशासन को सहयोग करें. किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे, तो उनके परिवार या उनके आस-पास के लोग सूचित करें और उनकी जांच कराएं. इससे परिवार, गांव और पूरा समाज सुरक्षित रहेगा.