कर्ज चुकाने के लिए किया अपहरण का नाटक, आठ घंटे में हुआ बरामद
पटना सिटी. चार लाख रुपये कर्ज में डूबे 28 वर्षीय नीरज कुमार ने खुद के अपहरण की साजिश की और माता-पिता से फिरौती के तौर पर डेढ़ लाख रुपये की मांग रखी.
पटना सिटी. चार लाख रुपये कर्ज में डूबे 28 वर्षीय नीरज कुमार ने खुद के अपहरण की साजिश की और माता-पिता से फिरौती के तौर पर डेढ़ लाख रुपये की मांग रखी. फिरौती के लिए फोन आते ही पिता ने इसकी सूचना मालसलामी थाना को दी. मालसलामी थाना पुलिस ने आठ घंटे में नीरज को खोज निकाला. डीएसपी द्वितीय डॉ गौरव कुमार ने बताया कि मालसलामी थाना के जमुनापुर निवासी मुरारी शर्मा ने थाने में लिखित आवेदन दिया कि उनके पुत्र नीरज कुमार को अज्ञात अपराधियों ने अगवा कर लिया है. फिरौती के लिए मोबाइल पर फोन कर डेढ़ लाख रुपये की मांग की जा रही है. इस सूचना के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक व नगर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित हुई. टीम ने तकनीकी अनुसंधान करते हुए आठ घंटे के अंदर अगवा नीरज को दीदारगंज चेक पोस्ट एमआरएफ टायर हाउस के पीछे से बरामद कर लिया. टीम के गिरफ्त में आये नीरज के पास से काले रंग का हैंड बैग मिला, जिसमें दस हजार रुपये व दो मोबाइल फोन बरामद किया गया. डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में नीरज ने बताया कि कर्ज में दबे होने की वजह से खुद अपहरण की साजिश रच माता-पिता से फिरौती मांगी थी.
जमीन ब्रोकर की हत्या में पुलिस ने जारी की तस्वीर
पटना सिटी. जमीन ब्रोकर 45 वर्षीय अरुण कुमार के हत्या में भागे दो अपराधियों की तस्वीर मंगलवार को आलमगंज थाना की पुलिस ने पटना पुलिस के सोशल मीडिया पर जारी की है. इसमें पुलिस ने कहा है कि पहचान करने वालों को इनाम दिया जायेगा. इसके साथ ही पहचान करने वाला का नाम गोपनीय रखा जायेगा. जारी तस्वीर में आगे अपराधी चेकदार फुल शर्ट सिर टपर टोपी चेहरा साफ नहीं है. पीठ पर पिठ्ठू बैग है. दूसरा अपराधी काली हाफ टी शर्ट व सिर पर टोपी में दिख रहा है. पटना पुलिस के उसी पोस्ट में एक व्यक्ति ने नाम भी लिखा है. जिसका सत्यापन पुलिस टीम कर रही है. हत्या कांड की गुत्थी सुलझाने के गठित एसआईटी की टीम फरार अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. मामले की जांच तीन स्तरीय टीम कर रही है. इनमें एसआइटी, एफएसएल और तकनीकी सेल शामिल है. एएसपी शरथ आरएस के नेतृत्व में दो इंस्पेक्टर एसआइटी में शामिल है. जो हत्या कांड की गुत्थी सुलझाने में लगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है