युवक की हत्या कर शव ट्रैक पर फेंका
फुलवारीशरीफ. एतवारपुर के पास पिलर नंबर 17 के सामने रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश देख इलाके में सनसनी फैल गयी.
फुलवारीशरीफ. एतवारपुर के पास पिलर नंबर 17 के सामने रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश देख इलाके में सनसनी फैल गयी. लोग जब करीब गये तो पता लगा कि युवक को गोली मारी गयी है व चाकू से गला काटकर मौत के घाट उतार दिया गया है. आशंका जतायी जा रही है कि युवक की हत्या करने के बाद बदमाश मामले को दुर्घटना का रूप देने के इरादे से पटना-गया रेल ट्रैक पर फेंक दिया. मृतक युवक की पहचान संपतचक की करणपुर कंडाप पंचायत के धमौल गांव निवासी महेंद्र यादव के 28 वर्षीय एकलौते बेटे रिंकू कुमार के रूप में होते ही परिवार में रोना-पिटना मच गया. सूचना मिलने पर वहां बेऊर व परसा बाजार थाना पुलिस पहुंची. काफी देर तक पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही. एतवारपुर जहां रेल ट्रैक पर शव मिला वह बेऊर थाना क्षेत्र में पड़ता है. धमौल के रहने वाले महेंद्र यादव का बेटा रिंकू कुमार पेंटिंग का काम करता था. उसे दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि रिंकू मंगलवार की देर शाम राशन लाने के लिए बाजार गया था. देर रात तक जब वह नहीं लौटा तो परिजन उसे खोजते हुए परेशान रहे. लोगों ने पुलिस को भी रिंकू के घर नहीं लौटने की सूचना दी. वहीं सुबह-सुबह पुलिस वालों से पता चला कि बेऊर थाना क्षेत्र के इतवारपुर पिलर नंबर 17 के पास रेल ट्रैक पर एक युवक की लाश मिली है. परिजन वहां पहुंचे तो रिंकू के शव के रूप में पहचान की. घर वालों ने पता लगाया तो पता चला कि रिंकू परसा बाजार में जहां से सामान लाने गया था उसकी साइकिल भी वहीं लगी हुई थी. परसा बाजार थानाध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि रेल ट्रैक परिवार का शव बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि मृतक के शरीर में छेद नजर आया है और कई जगह कटा फटा है. पोस्टमार्टम के रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि मामला हत्या का है क्या दुर्घटना का. फिलहाल इस मामले में मृतक के परिवार वालों ने कोई आवेदन नहीं दिया है. मृतक के परिजन पुलिस के व्यवहार से खफा होकर डेड बॉडी को लेकर अपने गांव धमौल के लिए चले, लेकिन परसा बाजार थाना क्षेत्र में पटना-सिपारा पुनपुन मुख्य मार्ग पर मृतक के शव को रखकर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. आक्रोशित लोगों ने आगजनी करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली. करीब ढाई घंटे तक सड़क जाम से वाहनों की कतार लगी रही. मृतक के परिवार वाले हथियारों की गिरफ्तारी और मुआवजा की मांग पर अड़े हुए थे हालांकि पुलिस प्रशासन के लोग बता रहे थे कि अभी स्पष्ट नहीं है की हत्या है या आत्महत्या तो ऐसी स्थिति में मुआवजा तत्काल नहीं दिया जा सकता है. किसी तरह समझा बुझाकर लोगों को सड़क से हटाया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
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