वेतन भुगतान की प्रस्तावित व्यवस्था की बारीकियां समझीं
पारंपरिक विश्वविद्यालयों एवं उनके अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए प्रस्तावित नयी व्यवस्था को धरातल पर उतारने से पहले उसकी तकनीकी जानकारी साझा करने के लिए आयोजित ट्रेनिंग सोमवार को पूरी हो गयी.
संवाददाता,पटना पारंपरिक विश्वविद्यालयों एवं उनके अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए प्रस्तावित नयी व्यवस्था को धरातल पर उतारने से पहले उसकी तकनीकी जानकारी साझा करने के लिए आयोजित ट्रेनिंग सोमवार को पूरी हो गयी. ट्रेनिंग राज्य के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों के कुल सचिवों, वित्तीय परामर्शियों, वित्त पदाधिकारियों एवं अंगीभूत कॉलेजों के प्रधानाचार्यों एवं बर्सरों को दी गयी है. ट्रेनिंग के अंतिम दिन सोमवार को जगजीवनराम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान में छह पारंपरिक विश्वविद्यालयों मसलन भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, मुंगेर विश्वविद्यालय ,पूर्णिया विश्वविद्यालय और तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिवों, वित्तीय परामर्शियों, वित्त पदाधिकारियों एवं अंगीभूत कॉलेजों के प्रधानाचार्यों एवं बर्सरों को ट्रेनिंग दी गयी. यह प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया था. जिनमें तीन-तीन विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को बुलाया गया था. ट्रेनिंग के दौरान विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत कॉलेजों को संबंधित पोर्टल का ईमेल आइडी एवं पासवर्ड दिये गये,ताकि इनकी तरफ से पोर्टल पर जरूरी सूचनाएं मसलन किन-किन को कितना वेतन दिया जाना हैे , आदि जानकारियां अपलोड की जा सके. मसलन वेतन भुगतान की प्रस्तावित व्यवस्था के संचालन के लिए उन्हें तकनीकी जानकारी दी गयी. इस दौरान विश्वविद्यालय एवं अंगीभूत कॉलेज के प्रतिनिधियों ने कई सवाल उठाये. जानकारियां मांगी. शिक्षा विभाग के विशेषज्ञों ने इसकी समुचित जानकारी साझा की. ट्रेनिंग कार्यक्रम को शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव , उच्च शिक्षा निदेशक डॉ रेखा कुमारी, बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद के डॉ एन के अग्रवाल ने संबोधित किया. इन्हीं अफसरों ने पदाधिकारियों के सवालों के उत्तर भी दिये. वेतन भुगतान की प्रस्तावित व्यवस्था पर प्रेजेंटेशन शाहबाज ने दिया. धन्यावाद ज्ञापन सुबोध वर्मा ने किया.
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