Kolkata Doctor Case: गुस्से में बिहार के डॉक्टर, सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप
Kolkata Doctor Case: बंगाल में हुई हैवानियत के विरोध में शनिवार की सुबह 6 बजे से अगले 24 घंटे के लिए बिहार के सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा और सामान्य कार्य ठप हैं. इमरजेंसी सेवा चालू है, लेकिन वार्ड में भर्ती गंभीर मरीजों के परिजन परेशान हैं.
Kolkata Doctor Case: पटना. बंगाल में महिला डॉक्टर से हैवानियत पर बिहार के डॉक्टर काफी गुस्से में हैं. हैवानियत के विरोध में शनिवार की सुबह 6 बजे से अगले 24 घंटे के लिए बिहार के सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा और सामान्य कार्य ठप हैं. इमरजेंसी सेवा चालू है, लेकिन वार्ड में भर्ती गंभीर मरीजों के परिजन परेशान हैं. कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीजी छात्रा की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के विरोध में चिकित्सक संघ ने शनिवार को देशव्यापी हड़ताल (Strike In Bihar Hospital) की घोषणा कर रखी है. इसके पहले भी 14 अगस्त को अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप की गई थी. अपनी सुरक्षा को लेकर देश भर के डॉक्टर आन्दोलन पर उतर गए हैं.
पटना के अस्पतालों में ओपीडी में ताला
पटना के आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच, पटना एम्स के अलावा न्यू गार्डिनर रोड, एलएनजेपी हड्डी अस्पताल व गर्दनीबाग अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था ठप है. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण ओपीडी में मरीजों को नहीं देखा जा रहा है. इमरजेंसी सेवा भी प्रभावित है और ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है. इमरजेंसी छोड़ कर ओपीडी व अन्य विभागों में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. आइजीआइएमएस और पीएमसीएच में रेजिटेंड और इंटर्न डॉक्टर इंसाफ की मांग को लेकर नारेबाजी करते दिखे. आइजीआइएमएस में इंटर्न डॉक्टरों ने एप्रेन को लाल रंग में रंग पेड़ पर लटका दिया और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी, ट्रामा, आइसीयू, ओटी, रेडियोलॉजी और अन्य जांच को ठप कर दिया़ है.
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डीएमसीएच में चिकित्सा सेवा अस्त-व्यस्त
पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में मेडिकल छात्रा की हत्या के विरोध में दरभंगा मेडिकल कॉलेज का जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन हड़ताल पर है. ओपीडी की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से ठप है. आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था भी प्रभावित हुई. इंडोर में भर्ती दर्जनों मरीज को चिकित्सा की लचर व्यवस्था के कारण परिजन निजी अस्पताल ले गये. इलाज के लिए मरीज व परिजनों दर-दर भटक रहे हैं. जेडीए के कार्य बहिष्कार के बाद कुछ वरीय चिकित्सक आपातकालीन विभाग में काम संभाल रहे हैं. हड़ताल के कारण मरीज आपातकालीन विभाग नहीं पहुंचे रहे हैं. अस्पताल परिसर में सन्नाटा पसरा है. ओपीडी परिसर में लगे एम्बुलेंस, मेन सड़क के फूटपाथ पर लगी दुकानों को हटा लिया गया है. जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल के कारण डीएमसीएच की चिकित्सा व्यवस्था बेपटरी हो गयी है.