Bihar Flood: बिहार की आठ नदियां लाल निशान के पार, भारी बारिश से सूबे में गहराया बाढ़ का संकट
बिहार में मानसून के दोबारा सक्रिय होने से भारी बारिश फिर एकबार शुरू हो गयी है. सूबे की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से बाढ़ की समस्या गहराने लगी है. राज्य की आठ नदियां लाल निशान के उपर बह रही हैं. पिछले 24 घंटे के अंदर हुई बारिश से कई नदियों का जलस्तर वापस खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी हैं.
बिहार में मानसून(Monsoon 2021) के दोबारा सक्रिय होने से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश (Bihar Rain News ) फिर एकबार शुरू हो गयी है. सूबे की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से बाढ़ की समस्या गहराने लगी है. राज्य की आठ नदियां लाल निशान के उपर बह रही हैं. पिछले 24 घंटे के अंदर हुई बारिश से कई नदियों का जलस्तर वापस खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी हैं.
बिहार में मानसून की बारिश के कारण रविवार को तेज बारिश हुई. राज्य की आठ नदियां लाल निशान के ऊपर बह रही हैं. पटना में गंगा लाल निशान के नीचे है लेकिन बारिश के कारण यह 15 सेमी ऊपर चढ़ चुकी है. नेपाल और उत्तर बिहार के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से कई नदियों में ऊफान है. वहीं बारिश के हालात को देखते हुए अनुमान लगाया गया है कि अगले 72 घंटे के अंदर बागमती, अधवारा और महानंदा नदियों का जलस्तर कई नये स्थानों पर लाल निशान को पार कर जायेगा.
कोसी नदी खगड़िया में लाल निशान से 102 सेमी ऊपर बह रही है. वहीं गंडक नदी गोपालगंज में खतरे के निशान से 72 सेमी ऊपर है. वहीं बिहार की प्रमुख नदियों में एक बूढ़ी गंडक का भी तेवर बरकार है. मुजफ्फरपुर में यह नदी लाल निशान से 44 सेमी, समस्तीपुर में 206 सेमी तो रोसड़ा में 298 सेमी ऊपर बह रही है. गंडक-बूढ़ी गंडक नदी में पानी बढ़ने के कारण चंपारण जिले में बाढ़ का संकट और अधिक गहराने लगा है.
सूबे में कोसी, अधवारा, गंडक, बूढ़ी गंडक, कमला-बलान, खिरोई व परमान नदियां अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदियों का जलस्तर कई जगहों पर अभी और बढ़ने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे के अंदर उत्तर बिहार समेत कई इलाकों में भारी बारिश हुइ है. रविवार को मौसम के अचानक करवट लेने से शिवहर में बागमती नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हुई है.