बिहार में 1364 करोड़ की लागत से होगा कोयल नहर का निर्माण, किसानों को सिचाई में होगी सहूलियत
नहर के पुनर्निर्माण के संबंध में एसई से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि सोमवार यानी 16 जनवरी को डीपीआर आवश्यक कार्रवाई के लिए बिहार सरकार के इंजीनियर इन चीफ व कमिश्नर को अग्रसरित कर दिया गया है.
औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र से सांसद सुशील कुमार सिंह का प्रयास अब रंग लाता हुआ दिख रहा है. अब बिहार में उत्तर कोयल नहर पुनर्निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. इस संबंध में जल संसाधन विभाग नवीनगर के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर उमेश कुमार ने बताया कि संबंधित विभाग के अधिकारियों की एक टीम गठित कर युद्ध स्तर पर डीपीआर तैयार किया गया है.
1364 करोड़ की लागत से होगा पुनर्निर्माण
डीपीआर तैयार करने के लिए औरंगाबाद के अधीक्षण अभियंता वीरेंद्र प्रसाद को नोडल पदाधिकारी बनाया गया था. उन्होंने बताया कि 1364 करोड़ की लागत से झारखंड व बिहार बॉर्डर के 103 आरडी से लेकर गया जिला स्थित नहर के अंतिम छोर तक 357.9 आरडी तक नहर को पुनर्निर्माण कराया जायेगा.
बिहार सरकार के इंजीनियर के पास भेजी गयी डीपीआर
नहर के पुनर्निर्माण के संबंध में एसई से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि सोमवार यानी 16 जनवरी को डीपीआर आवश्यक कार्रवाई के लिए बिहार सरकार के इंजीनियर इन चीफ व कमिश्नर को अग्रसरित कर दिया गया है. एक से दो सप्ताह के अंदर सारी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी.
किसानों को धान व रबी की सिंचाई करने में सहूलियत होगी
एसई ने बताया कि संभावित मार्च अप्रैल माह से उत्तर कोयल कैनाल से लेकर सभी डिवीजन के डिस्ट्रीब्यूटरी पुल-पुलिया व फॉल से लेकर कल्वर्ट आदि के कार्य शुरू हो जायेगा. नहर के लाइनिंग व पुनर्निर्माण होने से जिले के किसानों को धान व रबी की सिंचाई करने में सहूलियत होगी.