– श्रम संसाधन विभाग ने केंद्र सरकार से किया पत्राचार
राज्य में कुशल युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण के बाद युवाओं को प्रमाणपत्र दिया जाता है, जिसकी मान्यता वर्तमान में बिहार के अलावा किसी भी राज्य में नही है. लेकिन, हाल के दिनों में श्रम संसाधन विभाग ने प्रमाणपत्र की मान्यता देशभर में करने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसी नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेम वर्क से जोड़ने के लिए पत्राचार किया है, ताकि केंद्र की मान्यता के बाद कुशल युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण लेने वाले सभी युवाओं को नौकरी में आवेदन करते समय प्रमाणपत्र का लाभ मिल सके. लोकसभा चुनाव के बाद इस पर निर्णय होने की संभावना है.
यह है योजना राज्य सरकार द्वारा सात निश्चय में एक निश्चय आर्थिक हल युवाओं को बल के अधीन राज्य के 15 से 28 वर्ष के कम से कम 10वीं उत्तीर्ण युवाओं को संवाद कौशल हिंदी एवं अंग्रेजी का भाषा ज्ञान, व्यवहार कौशल तथा कंप्यूटर का मूलभूत प्रशिक्षण दिया जाता है. वहीं, नये ट्रेड का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. योजना के तहत प्रशिक्षण लेने के बाद विभाग प्रमाणपत्र जारी करता है, जिसकी मान्यता बिहार में है और इसका लाभ भी युवाओं को रोजगार सहित स्वरोजगार में मिलता है.नये ट्रेड का भी मिलेगा प्रशिक्षण
श्रम अधिकारियों के मुताबिक युवाओं के कौशल की दक्षता को और बढ़ाने के लिए 23 नये ट्रेड में प्रशिक्षण की शुरुआत होगी. वहीं, 149 सेंटर ऑफ एक्सिलेन्स भी बनाये जायेंगे, ताकि युवाओं को समय के अनुसार अपने हुनर को और समृद्ध करने का अवसर मिले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है