बिहार के राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर आ रही है जहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साले और पूर्व विधायक साधु यादव को पटना के एमपीएमएलए कोर्ट ने तीन साल के कैद की सजा सुनाई है. साधु यादव की लालू यादव और राबड़ी देवी के राज में बड़ी धाक हुआ करती थी.
लालू यादव के हाथ से बिहार की सत्ता जाने के बाद साधु के साथ बहन व जीजा के साथ रिश्ते की डोर कमजोर हो गई तो वे राजनीति में अर्श से फर्श पर आ गए. बिहार में लालू प्रसाद यादव एवं राबड़ी देवी की सरकार के दौर में लालू के दोनों साले अनिरुद्ध यादव उर्फ साधु यादव एवं सुभाष यादव की बड़ी हैसियत हुआ करती थी.
लालू राज के समय शासन-प्रशासन में उन्हें लालू व राबड़ी का दायां हाथ माना जाता था. लालू ने साधु को विधान परिषद सदस्य व विधायक भी बनाया. साल 2004 के लोकसभा चुनाव में राजद की टिकट से साधु यादव गोपालगंज सीट से सांसद भी बने. इसके साथ ही लालू ने अपने दूसरे साले सुभाष यादव को भी राजनीति में आगे बढ़ाया.
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बता दें की लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की शादी के बाद उनके मामा साधु यादव खुलकर बगावत पर उतर गए थे. उन्होंने तो तेजस्वी के पटना आने पर जूतों की माला से स्वागत करने की बात तक कह दी थी. इसी बात से भड़क कर लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने मामा साधु यादव को अपनी हद में रहने, नहीं तो गर्दा छुड़ा देने की धमकी भी दे डाली. साधु यादव का लालू परिवार से रिश्ता इतना कमजोर हो गया की उन्होंने अपनी भांजियों, बहन राबड़ी देवी व जीजा लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मोर्चा तक खोल दिया था.