Bihar News: लालू प्रसाद यादव के करीबी नेता और राज्यसभा सांसद अमरेंद्र धारी सिंह को ईडी ने मनी लॉड्रिंग के एक केस में दिल्ली से गिरफ्तार किया है. उन्हें उर्वरक घोटाले के एक केस में गिरफ्तार किया गया है. अमरेंद्र धारी सिंह की गिरफ्तारी से दिल्ली से लेकर बिहार तक सियासी हड़कंप मचा हुआ है. वहीं पार्टी सांसद की गिरफ्तारी पर राजद के नेताओं ने चुप्पी साध ली है.
अमरेंद्र धारी सिंह (Amrendra Dhari Singh) सबसे पहले उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब साल 2020 में बिहार में राज्यसभा के लिए चुनाव होना था. इस चुनाव में राजद के कोटे में दो सीटें थीं, जिसपर पार्टी ने एक प्रेमचंद गुप्ता और दूसरा अमरेन्द्र धारी सिंह को उच्च सदन में भेजा. अमरेंद्र धारी सिंह को राज्यसभा भेजने को लेकर पार्टी के भीतर ही कई नेताओं ने दबी जुबान से सवाल उठाया था. लेकिन लालू यादव के करीबी होने की वजह से राजद ने उन्हें सदन में भेजा गया.
मूल रूप से पटना के रहने वाले अमरेंद्र धारी सिंह फर्टिलाइजर के बिजनेसमैन हैं. उनका बिजनेस 13 देशों में चलता है. धारी पर आरोप है कि उन्होंने बिजनेस के जरिए मनी लॉड्रिंग के पैसों को खपाया. वहीं धारी की गिरफ्तारी पर बीजेपी ने हमला बोला है. बीजेपी नेता मंगल पांडेय ने कहा कि उनका पार्टी के अनुरूप ही है.
करोड़पति हैं अमरेंद्र धारी सिंह- राज्यसभा चुनाव में दिए गए शपथपत्र के मुताबिक 2018-19 में धारी के पास 74,11,59, 118 रुपये की आमदनी बतायी है. इनके पास मौजूद चल और अचल संपत्ति का कुल मूल्य 2.38 अरब है. निर्वाचन आयोग को उनकी तरफ से दिये गये शपथपत्र में बताया गया है कि उनकी चल संपत्ति का कुल मूल्य 1,88,56,97,162.73(1.88 अरब) रुपये है. अचल संपत्ति 49.60 करोड़ की है.
वहीं राजद के राज्यसभा सांसद अमरेंद्र धारी सिंह ने एफिडेविट में बताया है कि वे 1980 में दिल्ली विश्वविद्यालय के करोड़ीमल कॉलेज से स्नातक ऑनर्स की डिग्री हासिल की है. इससे पहले 1976 में उन्होंने सेंट माइकल हाइस्कूल से सीनियर कैम्ब्रिज की परीक्षा पास की.
Posted By : Avinish Kumar Mishra