राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अभी बीमार होकर अस्पताल में भर्ती है. वह बेहतर इलाज के लिए अपने परिवार के साथ 4:30 बजे दिल्ली एम्स के लिए रवाना होंगे. किसी भी तरह की कोई भी मुसीबत हो लालू यादव चिंता या परेशानी में नजर नहीं आते हैं. अपने मसखरेपन के लिए पूरे देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में पहचाने जाने वाले लालू यादव अपने ठेठ और मजाकिया अंदाज की वजह से जनता के दिलों पर राज करते हैं. लालू का अंदाज कुछ ऐसा है की लोग इनकी बातें सुन अकसर हंसी से लोट पोट हो जाते हैं.
अपने चुटीले बयानों से लालू गंभीर मुद्दों को भी हल्का बना देते हैं. बताते हैं लालू के द्वारा बोली गई कुछ ऐसी बातें जो लोगों को मुसकुराने पर मजबूर कर देती हैं.
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लालू यादव से जुड़ा एक बहुत ही मशहूर पंक्ति है जो लालू भी कई बार कह चुके हैं, “जब तक समोसे में रहेगा आलू, बिहार में रहेगा लालू.”
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लालू ने एक मौके पर कहा था, “हम बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जितना मुलायम बना देंगे.
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एक बार एक पत्रकार ने लालू को बताया था की हेमा मालिनी उनकी फैन हैं तो उन्होंने कहा,”अगर हेमा मालिनी मेरी फैन हैं तो हम उनका एयरकंडिशनर हूं”
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लालू से एक पत्रकार ने जब पूछा कि क्या आपने आरजेडी शासन में कभी नकल की बात सुनी? इस पर उन्होंने कहा, “नहीं सुनी होगी क्योंकि हम तो छात्रों को पूरी किताब ही दे देते थे.”
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लालू ने अपने रेल मंत्री होने के दौरान एक आर्थिक सिद्धांत देते हुए कहा था, ” अगर आप गाय को पूरी तरह नहीं दुहेंगे, तो वो बीमार पर जाएगी.”
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यूपीए सरकार में रेलवे मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने पर लालू ने कहा था, “हमरी मां ने सिखाया है कि भैंसवा को पूंछ से नहीं, बल्कि हमेशा सींग की तरफ से पकड़ो. मैंने अपनी जिंदगी में यही सबक अपनाया है.
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लालू से एक महिला पत्रकार ने जब लालू से उनके नौ बच्चों के बारे में पूछा तो कुछ ऐसा जवाब मिला था, “जब से सीएम बने हैं, बच्चे पैदा होना ही बंद हो गए.
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लालू यादव अकसर ‘धत बुड़बक’ कहते हुए नजर आते है जिसका आज ज्यादातर हास्य कलाकार प्रयोग करते हैं.
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लालू ने बीफ बैन के मुद्दे पर कहा था, “गौ रक्षा का ढिंढोरा पीटने वाले खुद अपने घरों में कुत्ता पालते हैं, गाय नहीं. जानते हैं न कौन है ई लोग”
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जब रेलवे में चोरी की घटना बढ़ने लगी थी उन्होंने कहा था, “डकैती तो होता रहता है”
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रेल हादसों की बढ़ती संख्या पर लालू ने कहा था, “भारतीय रेल का दायित्व भगवान विश्वकर्मा पर है. इसलिए यात्रियों की सुरक्षा का दायित्व उनका है, मेरा नहीं. मैं उनके काम को संभालने के लिए विवश हूं”