लालू यादव को कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं : रिम्स, तेजस्वी बोले- मेरे पिता की हालत चिंताजनक, दर्द और तनाव से हम गुजर रहे
पटना / रांची : चारा घोटाला मामले में सजा पाने के बाद न्यायिक हिरासत में झारखंड की राजधानी रांची स्थित रिम्स में उपचार करा रहे राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद को कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं है. क्योंकि, उनका इलाज करनेवाले किसी चिकित्सक अथवा उनके टीम के किसी स्वास्थ्यकर्मी को कोरोना का संक्रमण नहीं है. वहीं, तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि मेरे पिता की हालत चिंताजनक है. हम दर्द और तनाव से हम गुजर रहे हैं.
पटना / रांची : चारा घोटाला मामले में सजा पाने के बाद न्यायिक हिरासत में झारखंड की राजधानी रांची स्थित रिम्स में उपचार करा रहे राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद को कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं है. क्योंकि, उनका इलाज करनेवाले किसी चिकित्सक अथवा उनके टीम के किसी स्वास्थ्यकर्मी को कोरोना का संक्रमण नहीं है. उक्त जानकारी देते हुए राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के निदेशक डॉ डीके सिंह ने दी. उन्होंने कहा कि मीडिया में इस बात की आशंका जतायी गयी थी कि मेडिसिन विभाग में भर्ती एक वृद्ध मरीज के सोमवार को कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे मेडिसिन विभाग के चिकित्सक डॉ उमेश प्रसाद की टीम के भी कोरोना वायरस से प्रभावित होने की आशंका है.
रिम्स निदेशक ने स्पष्ट किया कि लालू यादव रिम्स के निजी वार्ड में भर्ती हैं और वह अपने निजी कक्ष से बाहर निकल भी नहीं रहे हैं. लिहाजा उनके संक्रमित होने की कोई आशंका नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लालू का इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद की यूनिट का कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या लालू यादव का भी कोरोना संक्रमण के लिए जांच कराया जायेगा, सिंह ने कहा कि उसकी कोई आवश्यकता ही नहीं है. सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि लालू यादव की यूनिट के डॉ उमेश प्रसाद आवश्यक समझेंगे, तो उनकी जांच करायी जा सकती है. लालू यादव चारा घोटाले के चार विभिन्न मामलों में सजा पाने के बाद न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत हैं.
मेरे पिता की हालत चिंताजनक, दर्द और तनाव से हम गुजर रहे : तेजस्वी
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरजेडी अध्यक्ष और पिता लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जतायी है. अपने ट्वीटर हैंडल पर उन्होंने लिखा है कि लालू प्रसाद का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने और उन्हें क्वारेंटिन करने संबंधित खबरें चिंताजनक है. उन्होंने लिखा, मैं अपने 16 करोड़, झारखंड और बिहारवासियों की चिंताओं में खुद को सम्मिलित करते हुए इस तथ्य को सोचकर चिंतित हूं कि वो 72 वर्ष की उम्र में किडनी, हर्ट, शूगर जैसी अनेक क्रॉनिक बीमारियों से जूझते हुए कोरोना जैसी संक्रमित महामारी के लिए सबसे अधिक असुरक्षित हैं. इसलिए उन्हें अत्यधिक सुरक्षा और सावधानी चाहिए़. तेजस्वी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि जिस किसी के पास परिवार होता है, वही ऐसे दर्द और तनाव को समझ सकता है, जिससे हम गुजर रहे हैं.