राजद ने बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों के नामों का एलान किया है. इनमें एक नाम की चर्चा अभी हर तरफ है. बख्तियारपुर की रहने वाली मुन्नी देवी रजक भी इस बार आरजेडी की उम्मीदवार बनायी गयी हैं. मुन्नी देवी खुसरुपुर स्टेशन के बाहर कपड़ा आयरन करके अपना घर चलाती हैं और राजद की समर्पित कार्यकर्ता हैं. लालू प्रसाद यादव ने उन्हें एमएलसी बनाने का फैसला करके फिर से सबको चौंकाया है. मुन्नी देवी का एक पुरान वीडियो वायरल हो रहा है.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अरसे पहले भगवतिया देवी को गया विधानसभा चुनाव लड़ा कर जितवा दिया था. उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि बेहद सामान्य थी. हालांकि, इससे पहले 1969 के मध्यावधि चुनाव दिवंगत समाजवादी नेता डॉ राम मनोहर लोहिया ने भगवतिया देवी को गया जिले के बाराचट्टी सुरक्षित विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था.
भगवतिया देवी पत्थर तोड़ने वाली मजदूर महिला थीं. उस निर्णय के बाद अब एक बेहद सामान्य परिवार की महिला मुन्नी देवी को राजद ने एमएलसी प्रत्याशी बनाया है. पार्टी के जानकारों के मुताबिक मुन्नी देवी बीपीएल कार्डधारी हैं. सियासी जानकार लालू प्रसाद के इस निर्णय से अचरज में हैं.
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मुन्नी देवी की पहचान लालू यादव से आज की नहीं थी. लालू-राबड़ी की सभाओं में वो कभी मंच से गाना गाती रही. एक बार रैली में जब लालू प्रसाद यादव प्रचार के लिए गये तो वो बख्तियारपुर के इलाके में पहुंचे. लालू यादव की नजर अचानक मुन्नी देवी पर पड़ी. मुन्नी देवी बाबू जी, भैया, हम महंगाई से त्रस्त , लालटेन के जितावन, गीत घूम- घूम कर गाने लगीं और लगातार राजद के लिए प्रचार करती रहीं. अब मुन्नी देवी विधान परिषद की उम्मीदवार बनी हैं.