लालू यादव के Viral Audio पर बिहार में सियासत तेज, गिरिराज सिंह ने कहा एक बार फिर दिखा जंगल राज का ट्रेलर
Lalu Yadav Viral Audio : बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव से ठीक पहले जेल में सजा काट रहे RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के कथित ऑडियो वायरल होने पर बिहार में सियासी हंगामा मचा हुआ है.
Lalu Yadav Viral Audio : बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव से ठीक पहले जेल में सजा काट रहे RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के कथित ऑडियो वायरल होने पर बिहार में सियासी हंगामा मचा हुआ है. भाजपा का आरोप है कि लालू यादव ने उनके विधायक ललन पासवान को पार्टी के खिलाफ जाने के लिए फोन किया था. बातचीज का एक ऑडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और बीजेपी राष्ट्रीय जनता दल पर हमालवर बनी हुई है.
राजद की राजनीति ऐसी ही रही है .. RJD और कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र को कमजोर किया है,अब लोकतंत्र उन्हें कमजोर कर रहा है।
लालू यादव ने एक बार फिर जंगल राज का ट्रेलर दिखाया है।— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 25, 2020
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि राजद की राजनीति ऐसी ही रही है .. RJD और कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र को कमजोर किया है,अब लोकतंत्र उन्हें कमजोर कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव ने एक बार फिर जंगल राज का ट्रेलर दिखाया है. वहीं भाजपा नेता मंगल पांडे ने ट्वीच कर कहा कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले नेता प्रतिपक्ष जरा बताइये कि जेल से फ़ोन कर विधायकों को प्रलोभन देना किस लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है जो आपके पिता जी के द्वारा रांची से किया जा रहा है.
लोकतंत्र की दुहाई देने वाले नेता प्रतिपक्ष जरा बताइये कि जेल से फ़ोन कर विधायकों को प्रलोभन देना किस लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है जो आपके पिता जी के द्वारा रांची से किया जा रहा है |
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) November 25, 2020
बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का एक ऑडियो वायरल होने के बाद सियासी गलियारे में हंगामा मचा हुआ है. ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा विधायक ललन पासवान ने स्वीकार किया है कि राजद सुप्रीमो से फोन पर उनकी बात हुई है. ललन पासवान ने कहा कि राजद अध्यक्ष ने उनसे कोरोना का बहाना बनाकर विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के दौरान सदन से गैर हाजिर रहने को कहा. बीजेपी ने जहां इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है.