राज्य के दर्जन से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों या सेंटर्स पर निवेश के लिए खाली नहीं जमीन संवाददाता,पटना बिहार निवेश प्रोत्साहन पर्षद की हर माह और बियाडा की भूमि आवंटन को लेकर प्रति सप्ताह होने वाली बैठक के परिणाम अब आने लगे हैं. निवेश धरातल पर उतरने लगे हैं. बिहार में नौ औद्योगिक क्लस्टर में केवल 1558 एकड़ का लैंड बैंक हैं. करीब एक दर्जन से अधिक औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश के लिए जमीन बची ही नहीं है. बियाडा की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक किशनगंज में इंडस्ट्रियल एरिया (आइए) भेदियादांगी और खगारा, मधेपुरा जिले में उदाकिशनगंज, पटना क्लस्टर में नौबतपुर के कोपाकला, दरभंगा जिले में बेलागंज, मधुबनी जिले में औद्योगिक क्षेत्र लोहट फेज टू और फेज थ्री, समस्तीपुर औद्योगिक क्षेत्र, गया, नवादा, वारिसिलिगंज और विक्रमगंज , गोपालगंज में हथुआ फेज टू और फेज थ्री औद्योगिक क्षेत्र , सीवान क्लस्टर में न्यू सीवान फेज वन और औद्योगिक क्षेत्र सीवान और मुजफ्फरपुर क्लस्टर में महबल में औद्योगिक लैंड बैंक खत्म हो गया है. इसके अलावा इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर (आइजीसी ) खगड़िया, लखीसराय और सीताकुंड औद्योगिक क्षेत्र में जमीन नहीं बची है. बिहार में उपलब्ध लैंड बैंक बिहार में क्लस्टर वाइज कुल लैंड बैंक 1558 एकड़ का है. इसमें बेगूसराय क्लस्टर में 150.63 एकड़, भागलपुर,सहरसा और पूर्णिया में 217 , दरभंगा में 112.72, गया में 108.73, हाजीपुर में 19, मुजफ्फरपुर में 36.33 , मोतीपुर में 500.36, पटना में 15.40 और बिहटा क्लस्टर में 398 एकड़ जमीन का लैंड बैंक मौजूद है. आंकड़ों से साफ पता चलता है कि पटना, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर क्लस्टर में भी बहुत कम औद्योगिक जमीन खाली बची है. यह इस बात का संकेत है कि बिहार में औद्योगिकीकरण ने गति पकड़ी है.
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