राजद सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से रेलवे की ग्रुप डी की नौकरी के बदले जमीन मामले में सोमवार को इडी ने पटना में 10 घंटे लंबी पूछताछ की. सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई पूछताछ रात 9 बजे तक चली. नौ बज कर पांच मिनट पर लालू प्रसाद अकेले इडी दफ्तर से बाहर निकले. बाहर उनके इंतजार में खड़ी बेटी मीसा भारती उन्हें मिली और वापस राबड़ी आवास ले गयी. आज (मंगलवार 30 जनवरी) लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव से इडी पूछताछ करेगी.
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इससे पहले, सोमवार को सुबह 11 बजे जब लालू प्रसाद इडी दफ्तर पहुंचे तो उनके साथ उनकी बेटी सांसद मीसा भारती भी थीं. मीसा भारती व अन्य समर्थकों ने लालू प्रसाद को इडी दफ्तर के गेट तक छोड़ा. किसी और को अंदर जाने की इजाजत नहीं होने के कारण मीसा भारती सहित अन्य सामने एक मंदिर में डेरा जमाये रहे. इडी ने पूछताछ में लालू प्रसाद से नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित करीब 60 से अधिक सवाल अलग-अलग तरीके से पूछे.
लालू प्रसाद ने सभी सवालों का जवाब सोच-समझ कर दिये. इडी सूत्रों का कहना है कि प्रत्येक सवाल के जवाब देने में लालू प्रसाद ने औसतन 90 सेकेंड से अधिक का समय लगाया. इडी कार्यालय के बाहर जुटे पार्टी समर्थकों को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को भी तैनात किया गया है.
जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिया बुलाया है.एजेंसी ने उन्हें 30 जनवरी को पूछताछ के लिए इडी के पटना स्थित कार्यालय में बुलाया है. इसके लिए 19 जनवरी को इडी के अधिकारी ने राबड़ी आवास पहुंचकर नोटिस दिया था.
लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते हुए 2004 से 2009 के बीच विभिन्न रेल मंडलों में जमीन लेकर कई लोगों को ग्रुप-डी में नौकरी दी गयी थी. नौकरी लेने वालों से जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम करवायी गयी थी. इडी ने पहले एक बयान में दावा किया था कि कात्याल इस कंपनी के निदेशक थे. कंपनी का पंजीकृत पता डी-1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, नई दिल्ली है, जो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों का घर है.
इडी ने सोमवार को कहा है कि राबड़ी देवी की गौशाला के एक पूर्व कर्मचारी ने रेलवे में नौकरी के इच्छुक एक व्यक्ति से संपत्ति हासिल की और बाद में इसे उनकी बेटी हेमा यादव को हस्तांतरित कर दिया. इडी ने एक बयान में कहा कि सीबीआइ की प्राथमिकी और आरोप पत्र के अनुसार, अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत के रूप में भूमि हस्तांतरित करने के लिए कहा गया था. इडी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, जिन्हें अभियोजन की शिकायत में आरोपी बनाया गया था, उन्हें अभ्यर्थियों के परिवारों से नाममात्र रुपये के बदले जमीन मिली थी.