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राजद सुप्रीमो की बढ़ सकती है मुश्किलें, लालू के करीबी अमित कात्याल की संपत्ति जब्त

Land Scam Case: अमित कात्याल के खिलाफ कुर्की की यह कार्रवाई फ्लैट खरीदारों के पैसों की हेराफेरी को लेकर दिल्ली-गुरुगुग्राम में दर्ज केस को लेकर हुई है, जो लैंड फॉर जॉब घोटाले से अलग मामला है.

By Ashish Jha | August 9, 2024 1:22 PM
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Land Scam Case: पटना. राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद के कथित ‘करीबी सहयोगी’ अमित कात्याल और उनकी कंपनियों की कुल 113 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने कुर्क कर ली है. लालू के रेल मंत्री कार्यकाल के दौरान नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले की जांच के दौरान इडी ने अमित कात्याल को पिछले साल गिरफ्तार किया था. अमित कात्याल के खिलाफ कुर्की की यह कार्रवाई फ्लैट खरीदारों के पैसों की हेराफेरी को लेकर दिल्ली-गुरुगुग्राम में दर्ज केस को लेकर हुई है, जो लैंड फॉर जॉब घोटाले से अलग मामला है.

धनशोधन निवारण कानून के तहत जब्ती

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम में 70 एकड़ जमीन और फ्लैट, मुंबई में कुछ मकान, दिल्ली में एक फार्महाउस और लगभग 113 करोड़ रुपये की जमा राशि के प्रमाण पत्र को धनशोधन निरोधक कानून के तहत कुर्क किया गया है. इडी ने कहा कि अमित कात्याल, क्रिश रियलटेक प्राइवेट लिमिटेड और ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड के मामले में 113.03 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने के लिए छह अगस्त को धनशोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत आदेश जारी किया गया था.

बेनामी निदेशकों के नाम हैं कई संपत्तियां

कुर्क संपत्तियों में गुरुग्राम के सेक्टर 63 और 65 में 70 एकड़ जमीन, क्रिश प्रोविंस एस्टेट नामक रियल एस्टेट परियोजना में पांच फ्लैट और गुरुग्राम में क्रिश फ्लोरेंस एस्टेट में सात फ्लैट शामिल हैं, जो बेनामी निदेशकों के नाम पर हैं. मुंबई में एक बेनामी कंपनी के दो फ्लैट भी कुर्क किये गये हैं. इसके अलावा जोनापुर में आलीशान फार्महाउस और दिल्ली में एक व्यावसायिक संपत्ति, सहयोगियों की 27 करोड़ रुपये की सावधि जमा रसीदें भी कुर्क संपत्तियों में शामिल हैं. धनशोधन का यह मामला गुरुग्राम पुलिस और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी से निकला है.

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मार्च में की थी छापेमारी

इडी ने इस मामले में इस साल मार्च में छापेमारी की थी और दावा किया था कि उसने 200 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद किये हैं. मालूम हो कि कात्याल को पिछले साल केंद्रीय एजेंसी ने रेलवे के कथित भूमि-के-लिए-नौकरी घोटाले से संबंधित एक अलग धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें जिसमें लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सांसद बेटी मीसा भारती आदि शामिल हैं.

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