Patna : मकान मालिक के बेटे ने ही किरायेदार के बच्चे को किया था अगवा, तीन गिरफ्तार

राजीव नगर थाने के जय प्रकाश नगर रोड नंबर-5 से अगवा बच्चे को पटना पुलिस की टीम ने 48 घंटे में जहानाबाद के पारस बिगहा गांव से बरामद कर लिया. उसका अपहरण उसके मकान मालिक के बेटे ने ही किया था.

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2024 1:44 AM

संवाददाता, पटना : राजीव नगर थाने के नेताजी सुभाष मार्ग, जय प्रकाश नगर रोड नंबर-5 से अगवा बच्चे को पटना पुलिस की टीम ने गुरुवार की देर रात जहानाबाद के पारस बिगहा गांव से सकुशल बरामद कर लिया. साथ ही अपहरण करने में शामिल अंकेश अमन, उसके चालक चंदन कुमार और राहुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली है. बच्चे के पिता अशोक सिंह एक निजी कंपनी में काम करते हैं. वह मूल रूप से सीतामढ़ी के रहने वाले हैं. अशोक सिंह गिरफ्तार अंकेश के पिता अवधेश कुमार के जयप्रकाश नगर रोड नंबर-5 स्थित मकान में किराये का फ्लैट लेकर रहते हैं. अंकेश जहानाबाद के पारस बिगहा में आइटीआइ चलाता है. अंकेश ने ही बच्चे को अगवा करने की साजिश रची थी.

कर्ज चुकाने के लिए रची साजिश, 15 लाख की फिरौती वसूलने के फिराक में था

अंकेश ने कई लोगों से लाखों रुपये कर्ज ले रखा था और चालक चंदन को बहन की शादी के लिए पैसे की जरूरत थी. अंकेश ने जब चंदन को अपनी योजना बारे में बताया, तो वह भी तैयार हो गया. इसके बाद दोनों ने बच्चे को अगवा कर लिया. बताया जाता है कि अंकेश बच्चे को अगवा कर उसके पिता अशोक सिंह से 15 लाख की फिरौती वसूलने के फिराक में था. लेकिन इसके पहले ही इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और फिर उनकी निशानदेही पर भिखना पहाड़ी से राहुल को भी पकड़ लिया. इन लोगों ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल लिया है.

बच्चे को नशे का इंजेक्शन देकर कर दिया था बेहोश

जानकारी के अनुसार, जयप्रकाश रोड नंबर-5 में अवधेश कुमार का मकान है. वह ग्राउंड फ्लोर में रहते हैं. जबकि उनका बेटा अंकेश, उसकी पत्नी और चालक चंदन पहले तल्ले पर रहते हैं. वहीं, अशोक सिंह दूसरे तल्ले पर रहते हैं. तीसरे तल्ले पर भी किरायेदार हैं. दो जुलाई की सुबह करीब 6:30 बजे अशोक सिंह का बेटा स्कूल जाने के लिए दूसरे तल्ले स्थित अपने फ्लैट से निकला, तो पहले तल्ले पर पहले से मौजूद अंकेश ने गमछा से उसका मुंह ढक दिया. इसके बाद उसे अपने फ्लैट के अंदर ले आया और उसके पैर में नशीली दवा (मेरोजोलम) के दो इंजेक्शन दे दिये. इससे बच्चा बेहोश हो गया. फिर मौका देख कर उसे कार में रख कर जहानाबाद चले गये. इस दौरान अंकेश ने भिखना पहाड़ी निवासी राहुल को भी अपने साथ ले लिया. अंकेश ने बच्चे को पारसबिगहा गांव स्थित आइटीआइ ले जाकर बंधक बना लिया. इसके बाद शाम को चालक चंदन के गांव ले जाकर उसके पिता जयकिशोर राय को सौंप दिया. साथ ही झूठी कहानी बता दी. इसके बाद तीनों पटना लाैट आये.

स्कूल से नहीं लौटा तो पुलिस को दी जानकारी

इघर, स्कूल की छुट्टी के बाद जब बच्चा घर नहीं लौटा, तो परिजन स्कूल गये, तो पता कि वह वहां गया ही नहीं था. इसके बाद उसके पिता ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो रास्ते में बच्चा कहीं नहीं दिखा. इस दौरान अंकेश की हरकत पर पुलिस को शक हुआ, क्योंकि उसने कार को सीसीटीवी कैमरे से दूर घर के गेट पर लगाया था. साथ ही बच्चे के गायब होने के बाद वह भी अपने घर में नहीं था. इसके बाद पुलिस ने अंकेश को थाना पर लाया और पूछताछ की. दूसरी ओर चार जुलाई तक चंदन के पिता जयकिशोर राय से अंकेश व अपने बेटे का संपर्क नहीं हुआ, तो उन्हें शक हुआ. इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों को भी दी. जब जयकिशोर राय ने बच्चे से प्रेम से पूछा, तो चार जुलाई की रात उसने सारी बात बता दी. इसके बाद जयकिशोर राय ने बच्चे की बात उसके पिता अशोक सिंह से करा दी. अशोक सिंह ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस टीम तुरंत जहानाबाद से बच्चे को लेकर पटना आयी. इसके बाद पहले से ही हिरासत में रहे अंकेश और चंदन को गिरफ्तार कर लिया और दोनों से पूछताछ के बाद राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया गया.एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि फिरौती के लिए बच्चे को अगवा किया गया था. लेकिन 48 घंटे के अंदर में सकुशल बरामद करने केे साथ ही घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

अंकेश ने किया है प्रेम विवाद, पिता ने कर दिया था अलग

अंकेश काफी खर्चीला स्वभाव का है. उसने प्रेम विवाह किया था. इसके बाद पिता अवधेश ने उसे रहने के लिए फ्लैट तो दे दिया था. लेकिन उसे घर से अलग कर दिया था.

उठ रहा सवाल, पत्नी क्यों गिरफ्तार नहीं

इस मामले में यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि अंकेश की पत्नी की पुलिस ने गिरफ्तारी क्यों नहीं की? क्योंकि जिस समय बच्चे को अगवा किया गया, वह भी अपने फ्लैट में ही थी. उसे नशीला इंजेक्शन देने से लेकर सारी बातों की जानकारी थी. साथ ही उसने पुलिस को भी मदद नहीं की थी.

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