सुर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का निधन हो गया. अपने आवाज से सभी दिलों पर राज करने वाली लता मंगेशकर के परलोक गमन पर आज पूरा हिंदुस्तान शोक में डूबा है. संगीत जगत व फिल्म जगत से लेकर अन्य लोग अपनी-अपनी उन यादों को स्मरण कर रहे हैं जो लता मंगेशकर से जुड़ी रही. सुर कोकिला और बिहार मूल के फेमस संगीतकार चित्रगुप्त श्रीवास्तव से जुड़ा एक वाक्या भी काफी याद किया जा रहा है.
जब बात सुर की आती है तो सबसे ऊपर जिनका नाम लिया जाता रहा है वो हैं लता मंगेशकर. वहीं बात बड़े संगीतकारों की आए तो एक नाम बिहार मूल के संगीतकार चित्रगुप्त श्रीवास्तव का भी सामने आता है. बिहार मूल के निवासी संगीतकार चित्रगुप्त श्रीवास्तव और सुर कोकिला लता मंगेशकर से जुड़ा एक वाक्ये का जिक्र कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर फिर से हो रहा है. जिसमें दोनों के बीच भावनात्मक लगाव का संदेश बाहर आता है. दरअसल, चित्रगुप्त बेहद साधारण परिवार से आते थे और मुंबई में अन्य संगीतकारों की तुलना में बेहद कम फीस लेकर काम करते थे.
बताया जाता है कि एकबार एक रिकॉर्डिंग के लिए दोनों कलाकार स्टूडियो पहुंचे थे. संगीतकार चित्रगुप्त लंगड़ाते हुए चल रहे थे तो लता मंगेशकर की नजर उनपर पड़ी. पीछे से आ रही लता मंगेशकर ने चित्रगुप्त से पूछा कि उन्हें क्या हुआ?क्या पैर में दर्द है? लता जी ने जब संगीतकार चित्रगुप्त से हाल पूछा तो वो मुस्कुराए.
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चित्रगुप्त ने लता मंगेशकर को बताया कि उनके पैर में दर्द नहीं है. वो बिल्कुल फिट हैं. बस चप्पल टूटी हुई पहने हैं इसलिए ऐसे चल रहे हैं. इतना सुनते ही लता मंगेशकर ने कहा कि चलिए आपके लिए नई चप्पल खरीद ले आते हैं. जिसपर चित्रगुप्त बोल पड़े कि नहीं ये मेरा लकी चप्पल है और इसे पहनकर गाने की रिकॉर्डिंग के लिए आते हैं तो सब अच्छा होता है.
चित्रगुप्त ने जब टूटी चप्पल पहनकर आने का राज बताया तो लता मंगेशकर हंस पड़ी और कहा कि चित्रगुप्त जी आपको मेरे गाने से अधिक अपनी चप्पल पर भरोसा है. यह वाक्या आज भी याद किया जाता है कि लता मंगेशकर कितने विशाल ह्दय की शख्सियत थीं. आज उनके निधन पर पूरा हिन्दुस्तान शोक में डूबा हुआ है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan