पटना. जातिगत जनगणना को लेकर बिहार में सियासत गर्म हो गई है. शनिवार को इसको लेकर राजद सड़कों पर उतर गई है. सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
इधर, इस मुद्दे पर जदयू अधिक मुखरता के साथ सामने आ गई है और एनडीए सरकार में सहयोगी बीजेपी को भी अपने निशाने पर ले रही है. जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने बेहद तल्ख तेवर में भाजपा से सवाल पूछा है कि जातीय जनगणना आरक्षण में बैकलॉग और मंडल कमीशन की तमाम सिफारिशों को लागू करने से पीछे क्यों हट रही है? वर्ष 2019-2020 और सर्वदलीय बैठक में जब भाजपा भी साथ थी तो आज अलग स्टैंड क्यों ले रही है?
मंडल राजनीति को नई धार देने के प्रयास में राजद
राजद जातीय जनगणना के बहाने मंडल राजनीति के बहाने इसे एक नई धार देने की कोशिश कर रही है. दरअसल, राजद का राजनीति का आधार पिछड़ी जातियों की राजनीति माना जाता है. यही कारण है कि राजद जातिगत जनगणना के मामले पर हाथ से नहीं देना चा रही है. इधर, जदयू भी अपने वोट बैंक में राजद की सेंघमारी पर ब्रेक लगाने में लगी है. यही कारण है कि जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल भाजपा से पूछ रही है क्यों नहीं लागू हो रहा मंडल आयोग की सिफारिशें?