नितिश, पटना: शराब तस्करी में उपयोग के लिए तस्करों की पहली पसंद छोटी गाड़ियां हैं. दो पहिया में बाइक व स्कूटी, तीन पहिया में टेंपो और चार पहिया वाहनों में कार व टाटा मैजिक का इस्तेमाल ज्यादा होता है. यह खुलासा पटना जिला उत्पाद विभाग द्वारा पकड़ी गयी गाड़ियों के कारण हुआ है. इस वर्ष जनवरी माह से लेकर 20 दिसंबर तक उत्पाद विभाग की टीम ने सबसे अधिक 63 बाइक पकड़ी. इसके अलावा टेंपो की संख्या 61 रही. तीसरे नंबर पर 43 कार पकड़ी गयी और चौथे नंबर पर 15 स्कूटी पकड़ी गयी. जबकि छह टाटा मैजिक भी जब्त किये गये.
बताया जाता है कि शराब तस्कर छोटी गाड़ियों का इसलिए इस्तेमाल करते हैं, ताकि उन्हें शराब को इधर से उधर पहुंचाने में परेशानी न हो. यहां तक की कम चौड़ाई वाली गली में भी आसानी से प्रवेश कर सके. इसके साथ ही बाइक, स्कूटी, कार व टाटा मैजिक की स्पीड भी अच्छी होने के कारण उसका लाभ मिल सके. बाइक व स्कूटी आम तौर पर शराब की होम डिलिवरी के लिए उपयोग में लाया जाता है. जबकि कार या टाटा मैजिक अन्य जिले से दूसरे जिले में शराब की बोतलों को काफी मात्रा में पहुंचाने में उपयोग किया जाता है. स्कूटी की डिक्की में चार-पांच बोतलों को आसानी से रखने की जगह होती है और उसमें रखकर आराम से कहीं पहुंचाया जा सकता है. इसके अलावा डिक्की में बोतलों के फूटने का भी खतरा कम रहता है.
पटना जिले में सबसे अधिक अंग्रेजी शराब की तस्करी की गयी. यह बात अंग्रेजी शराब की बरामदगी से पुष्ट होती है. जिले में इस वित्तीय वर्ष 2020-21 में अप्रैल से लेकर अब तक सबसे अधिक 31541 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गयी. इसके अलावा दूसरे नंबर पर 27263 लीटर अवैध चुलाई शराब की बरामदगी की गयी. हालांकि तस्करों से बीयर सबसे कम मात्र 307 लीटर बरामद किया गया.
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माह -कार -बाइक -टेंपो- स्कूटी -टाटा मैजिक
जनवरी -01- 10 -08- 00 -01
फरवरी -06 -13 -03 -01 -00
मार्च -03- 06- 05- 01- 01
अप्रैल- 00- 00- 00 -00 -00
मई -02- 09 -14- 03- 02
जून- 06- 01 -02 -00 -00
जुलाई -00- 04- 02- 01- 01
अगस्त- 05- 03 -06- 00 -01
सितंबर -11 -04- 15 -03- 00
अक्तूबर- 01 -03 -03 -01 -00
नवंबर -03 -07 -03- 01 -00
दिसंबर -05 -03- 00 -04 -00
Posted By: Thakur Shaktilochan