पटना : विदेशों और अन्य राज्यों से आये संदिग्ध लोगों की लिस्ट बनायी जायेगी. इसके साथ ही उन पर नजर रखी जायेगी. इसकी जिम्मेदारी नगर निगम के वार्ड पार्षद और कर्मियों को दी गयी है. यह निर्देश पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने करोना वायरस से निबटने के लिए लागू लॉकडाउन की समीक्षा बैठक के दौरान दिया. इस दौरान पटना डीएम, एसएसपी, सभी सिटी एसपी, अपर समाहर्ता सहित अनुमंडल पदाधिकारी सदर उपस्थित थे. बैठक में नगर आयुक्त व कार्यपालक पदाधिकारियों को वार्ड पार्षदों से बात कर फीडबैक लेने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही आयुक्त ने दवा और खाद्य दुकानदारों की लिस्ट बनाने में वार्ड जमादार और नगर निगम कर्मी को लगाने का निर्देश दिया. इस लिस्ट में खाद्य पदार्थों को बनाने वालों का नाम भी शामिल रहेगा.
आयुक्त ने सभी वार्ड पार्षद और वार्ड में कार्यरत सरकारी कर्मियों को अपने इलाके के खाद्य पदार्थों के दुकान पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि किल्लत और कालाबाजारी नहीं हो. इसके साथ ही समस्या होने पर इसकी जानकारी नगर आयुक्त को देने का भी निर्देश दिया
आपको बता दें कि कोरोना के कहर से आम से लेकर खास तक सभी डरे हुये हैं. हाल ये है कि लोगों को थोड़ी भी सर्दी, खांसी और बुखार हो रही है तो वे कोरोना की आशंका में अस्पताल पहुंच रहें हैं. बुधवार को ही फ्लू की शिकायत लेकर पटना एम्स में 85 लोग पहुंचें. इन सभी को डर था कि कहीं मुझे कोरोना तो नहीं हो गया है. डाक्टरों ने स्क्रिनिंग के बाद इनमें से मात्र पांच को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने और कोरोना की जांच के लायक माना. वहीं दूसरी ओर बुधवार को आइजीआइएमएस में 27 मरीज कोरोना की आशंका में पहुंचे. यहां भी 12 को सैंपल लेने लायक समझा गया. डाक्टरों का कहना था कि बाकि में साधारण फ्लू के लक्षण हैं और ये बेकार में डरे हुये थे.